By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 06, 2024
गोपेश्वर। उत्तराखंड के चमोली जिले में छह हजार मीटर से अधिक की ऊंचाई पर चौखंबा में पिछले तीन दिन से फंसीं दो महिला विदेशी पर्वतारोहियों को रविवार सुबह सुरक्षित निकाल लिया गया। चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने यहां बताया कि अमेरिका और ब्रिटेन की दो पर्वतारोहियों का पता लगाने के लिए क्षेत्र में ही मौजूद एक फ्रांसीसी पर्वतारोही दल की मदद ली गयी जिसके बाद सुबह उन्हें भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकाल कर ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) लाया गया।
जोशी ने बताया कि अमेरिका की मिशेल टेरेसा ड्वोराक और ब्रिटेन की फाव जेन मैनर्स थकी हुई हैं लेकिन स्वस्थ हैं। उन्होंने बताया कि आगे की कार्यवाही के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया गया है। उन्होंने बताया कि ये पर्वतारोही 6,995 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चौखंबा-तीन पर्वत चोटी के आरोहण के दौरान फंस गयी थीं। इस विदेशी पर्वतारोहण अभियान को भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन (आईएमएफ) ने भेजा था और उसने ही तीन अक्टूबर की शाम को छह बजे स्थानीय प्रशासन को पर्वतारोहियों के लापता होने की सूचना दी थी। कुल 6,995 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चौखंबा-तीन पर्वत चोटी के आरोहण के लिए जाते समय बृहस्पतिवार को अपराहन तीन बजे चौखंबा में 6,015 मीटर की ऊंचाई से इन पर्वतारोहियों के लॉजिस्टिक सामान तथा तकनीकी उपकरण नीचे गिर गए और इस कारण वे वहीं फंस गई थीं। इस संबंध में सूचना मिलते ही चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी द्वारा रक्षा मंत्रालय के सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) को हेलीकॉप्टर के जरिए पर्वतारोहियों की तलाश के लिए अभियान शुरू करने का अनुरोध भेजा गया।
जोशी ने बताया कि इसके बाद शुक्रवार को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों से उनका तलाशी अभियान शुरू किया गया लेकिन वे उन्हें ढूंढने में विफल रहे। इसके बाद, शनिवार से एसडीआरएफ के जमीनी दलों को भी अभियान में लगाया गया था। उन्होंने बताया कि इस बीच, प्रदेश के राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने सेना, भारतीय वायु सेना, राज्य आपदा प्रतिवादन बल, चमोली के जिलाधिकारी सहित अन्य सभी संबंधित संस्थानों के साथ बैठक कर सभी के समन्वय से विदेशी पर्वतारोहियों की तलाश के लिए ठोस रणनीति बनायी।
जोशी ने बताया कि इसी के तहत चौखंबा पर्वत पर आरोहण के लिए गए एक फ्रांसीसी दल से संपर्क किया गया। फ्रांसीसी दल ने फंसी हुई दोनों पर्वतारोहियों को ढूंढ लिया। उन्होंने बताया कि इसके बाद, एसडीआरएफ, वायुसेना और उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के संयुक्त दल को ज्योतिर्मठ में सेना के हेलीपैड से मौके के लिए रवाना किया गया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) लगातार इस पूरे अभियान की निगरानी कर रहा था।
जोशी ने बताया कि रविवार सुबह विदेशी पर्वतारोहियों को ज्योतिर्मठ में सेना के हेलीपैड पर सुरक्षित लाया गया। उन्होंने बताया कि दोनों पर्वतारोही थकी हुई हैं लेकिन स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय को इसकी सूचना दे दी गयी है और उनके निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।