By रेनू तिवारी | Oct 08, 2024
चाहे लड़का हो या लड़की, बच्चा हो या बूढ़ा आज कोई भी व्यक्ति खुद को सुरक्षित नहीं कह सकता हैं। अपराधी हर रूप में हर जगहों पर आपको मिल जाएंगे। फिलहाल मध्य प्रदेश के इंदौर से एक बेहद की परेशान करने वाली वारदात सामने आयी हैं। बच्चों के बीच घटी यह घिनौनी हरकत समाज को शर्मसार कर देने वाली हैं। इंदौर में एक गरबा पंडाल के पास लगे सीसीटीवी में एक वारदात दर्ज हो गयी जिसमें देखा जा सकता है कि दो किशोर अवस्था के बच्चे एक 7 साल के मासूम बच्चे के साथ यौन उत्पीड़न कर रहे थे। छोटा बच्चा बहुत ज्यादा डरा हुआ था। आइये जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है?
7 साल के बच्चे का किया उत्पीड़न किया गया
इंदौर में एक गरबा पंडाल के पास दो नाबालिग लड़कों द्वारा सात वर्षीय बच्चे के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि पीड़ित बच्चे की मां ने कनाड़िया पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है कि दो नाबालिग लड़कों ने उसके बेटे को चार अक्टूबर की रात कथित यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया, जब वह एक गरबा पंडाल के पास बगीचे में खेल रहा था।
13 साल के दो लड़कों ने की घिनौनी हरकत
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कथित यौन शोषण में शामिल नाबालिग लड़कों की उम्र 13 साल के आस-पास है, जबकि पीड़ित बच्चा सात साल का है। उन्होंने बताया कि पीड़ित बच्चे की मां का कहना है कि उसके बेटे के कथित यौन उत्पीड़न की घटना नजदीकी सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गयी। अधिकारी ने बताया कि इस मामले में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच जारी है।
परिवार की मदद के लिए गैर सरकारी संगठन आया साथ
पीड़ित बच्चे के परिवार की मदद करने वाले गैर सरकारी संगठन ‘‘आस’’ के निदेशक वसीम इकबाल ने बताया कि उन्हें एक व्यक्ति ने फोन करके बच्चे के कथित यौन उत्पीड़न की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया, ‘‘घटना के बाद से बच्चा बहुत डरा हुआ है। हम प्रशासन से बात करके कोशिश कर रहे हैं कि पीड़ित बच्चे की काउंसलिंग के लिए पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों के तहत सहायक व्यक्ति (सपोर्ट पर्सन) की व्यवस्था की जाए।