By अभिनय आकाश | May 19, 2022
गुजरात में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले नेताओं की नाराजगी, पार्टी छोड़ने और और आने का सिलसिला तो आम है। प्रदेश कोई सा भी कारणों की सूची के साथ नेताओं का अपनी सहूलियत के साथ पार्टी से बार्हिगमन और आगमन होता रहता है। लेकिन कांग्रेस पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए पार्टी छोड़ने वाले पाटेदार नेता हार्दिक पटेल ने प्रदेश से लेकर शीर्ष नेतृत्व पर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं। हार्दिक भविष्य में सूबे में अपने लिए स्पेस तलाश रही आम आदमी पार्टी की ओर रूख करेंगे या फिर सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ हो लेंगे। इस सवाल का जवाब हर कोई तलाशने में लगा है। हार्दिक के पार्टी छोड़ने के बाद प्रदेश में पिछले करीब तीन दशकों से वनवास झेल रही कांग्रेस को झटका तो लगा है। इसी डैमेज कंट्रोल की कवायद में अब कांग्रेस पार्टी जुट गई है। गुजरात कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने गुरुवार सुबह राजकोट शहर के बाहरी इलाके में पाटीदार नेता नरेश पटेल के फार्महाउस पर जाकर उनसे मुलाकात की है।
नरेश पटेल एक ऐसा नाम जिसकी चर्चा चुनाव से पहले खूब है। गुजरात में पाटीदार समाज की धार्मिक संस्था खोडलधाम के चेयरमैन नरेश पटेल पाटिदार समाज के चर्चित चेहरे हैं। जिनके कांग्रेस में जाने को लेकर चर्चा बीते 3-4 महीनों में कई बार चल चुकी है। लेकिन अब हार्दिक के जाने के बाद कांग्रेस इसको लेकर काफी मुस्तैद नजर आ रही है। एआईसीसी प्रभारी रघु शर्मा और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जीपीसीसी) के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर सहित कांग्रेस के नेता सौराष्ट्र क्षेत्रीय चिंतन शिविर के लिए राजकोट में मौजूद थे जहां उनकी मुलाकात रंगपार गांव में पटेल के फार्महाउस शिवांश पर नरेश पटेल से हुई।
नरेश पटेल गुजरात की राजनीति में निर्णायक भूमिका अदा करने वाले पाटीदार समुदाय से आते हैं। नरेश पटेल को लेकर पिछले कुछ समय में गुजरात की राजनीति में अलग-अलग चर्चा चल रही है। पिछले एक दशक के दौरान नरेश पटेल का नाम गुजरात की राजनीति में खूब चल रहा है। खोडलधाम पर भव्य मंदिर के निर्माण को लेकर अग्रणी रहे नरेश पटेल का पाटीदार समाज में जबरदस्त वर्चस्व है। वे पाटीदार के यूथ आइकन भी माने जाते हैं।