By एकता | Sep 22, 2024
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं फारूक अब्दुल्ला और राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि जब तक आतंकवाद का सफाया नहीं हो जाता तब तक पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी। शाह ने यह भी कहा कि अगर उन्हें बात करनी है तो वह नौशेरा के 'शेरों' से बात करेंगे, पाकिस्तान से नहीं। इसके अलावा शाह ने यह भी कहा कि कश्मीर में अब सिर्फ तिरंगा लहराएगा। बता दें, भारतीय जनता पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रविंदर रैना के समर्थन में नौशेरा में चुनावी रैली आयोजित की गयी थी, जिसमें शाह शामिल हुए।
नौशेरा में जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कांग्रेस, , नेशनल कॉन्फ्रेंस और PDP पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला जम्मू की पहाड़ियों में आतंकवाद के फिर से पनपने की बात कर रहे हैं, लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह मोदी सरकार है और हम आतंकवाद को पाताल में दफना देंगे। किसी भी आतंकवादी या पत्थरबाज को रिहा नहीं किया जाएगा। भाजपा आपको भरोसा दिलाती है कि जम्मू-कश्मीर में कोई भी आतंकवादी खुला नहीं घूमेगा।
शाह ने आरक्षण के मुद्दे पर नेकां-कांग्रेस के नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों के लिए उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा, पहाड़ी भाई बहनों के आरक्षण का अधिकार कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और PDP ने 70 वर्षों तक छीन रखा था। पहाड़ियों को आरक्षण न देने का इनका फैसला था। मोदी जी ने कहा, कांग्रेस, NC और PDP को जो करना है, वो करे, हम पहाड़ियों को आरक्षण देंगे। अब पहाड़ियों को आरक्षण दिया गया, तो फारूक साहब ने यहां के गुर्जर भाइयों को उकसाना शुरू किया कि आपका आरक्षण चला जाएगा। मैंने राजौरी में वादा किया था कि गुर्जर बकरवाल का आरक्षण एक प्रतिशत भी कम नहीं होगा और पहाड़ी भाई-बहनों को आरक्षण मिलेगा और हमने अपना वो वादा निभाया।'
शाह ने कहा कि कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा है कि पहाड़ियों, गुर्जर बकरवाल, दलित, वाल्मीकि, ओबीसी समुदाय को जो आरक्षण दिया गया, हम उस पर पुन: विचार करेंगे। राहुल गांधी अमेरिका में जाकर कहते हैं कि अब इनका विकास हो चुका है, अब इन्हें आरक्षण की जरूरत नहीं है। राहुल बाबा, हम आपको आरक्षण हटाने नहीं देंगे।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र के वादों पर निधाना साधते हुए शाह ने कहा, 'आज जम्मू कश्मीर में हमारा तिरंगा शान से लहरा रहा है, लेकिन कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस वाले कहते हैं कि हम शेख अब्दुल्ला वाला ध्वज वापस लाना चाहते हैं। फारूक साहब, जितना जोर लगाना है लगा लो, लेकिन अब कश्मीर में सिर्फ हमारा प्यारा तिरंगा ही लहराएगा।' उन्होंने आगे कहा कि 30 साल तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद चला, 30 साल में 3 हजार दिन जम्मू कश्मीर में कर्फ्यू रहा, 40 हजार लोग मारे गए। फारूक साहब आप उन दिनों कहां थे? मैं आपको बताता हूं, जब कश्मीर जल रहा था, तब फारूक साहब लंदन में आराम से छुट्टियां मना रहे थे। मोदी जी आए आतंकवादियों को चुन-चुन का हमने साफ कर दिया।