By अभिनय आकाश | Aug 30, 2024
बहुत पहले पाकिस्तान के क्राँतिकारी और व्यवस्था विरोधी कवि हबीब जालिब ने लिखा था...
मुझे जंगे - आज़ादी का मज़ा मालूम है,
बलोचों पर ज़ुल्म की इंतेहा मालूम है,
मुझे ज़िंदगी भर पाकिस्तान में जीने की दुआ मत दो,
मुझे पाकिस्तान में इन साठ साल जीने की सज़ा मालूम है।
1947 के बाद से आज तक पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत बलूचिस्तान को सबसे तवानग्रस्त इलाका माना जाता है। कहते हैं चोर चोरी करने के बाद अंजाने में ही सही कोई न कोई सुराग जरूर छोड़ जाता है। लेकिन पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसकी सेना बलूचिस्तान में चोरी भी करती है। निर्दोष लोगों की हत्या भी करती है और सारे सबूत भी छोड़ जाती है। पाकिस्तान के एक और गुनाह पर सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। ये खुलासा बलूचिस्तान की एक्टविस्ट महरंग बलूच की तरफ से किया गया है। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया है कि पाकिस्तान द्वारा बलूच नागरिकों का नरसंहार किया जा रहा है। उनके शवों के टुकड़े कर पाकिस्तान की तरफ से फेंका जा रहा है।
बलूच कार्यकर्ता महरंग बलूच ने बलूचिस्तान के विभिन्न इलाकों से बरामद किए गए जबरन गायब पीड़ितों के क्षत-विक्षत शवों पर गहरी चिंता व्यक्त की और इसे हैरान करने वाला बताया है। उन्होंने आगे दावा किया कि पाकिस्तानी की तरफ से लोगों को जबरन गायब कर दिया जाता है। उन्हें वर्षों तक पकड़कर रखा जाता है और फिर उन्हें मार कर उनके क्षत-विक्षत शवों को फेंक दिया जाता है। बलूचिस्तान के विभिन्न इलाकों से जबरन गायब किए गए पीड़ितों के कई क्षत-विक्षत शव बरामद किए गए हैं। यह बेहद चिंताजनक है। राज्य व्यक्तियों को जबरन गायब कर देता है, उन्हें महीनों या वर्षों तक पकड़कर रखता है, फिर उन्हें मार देता है और उनके क्षत-विक्षत शरीरों को फेंक देता है। महरंग ने एक सोशल पोस्ट में कहा कि यह बलूच नरसंहार से कम नहीं है।
इस सप्ताह की शुरुआत में बलूच यकजेहती समिति की आयोजक महरंग बलूचने बलूच सदस्यों के जबरन गायब होने पर संयुक्त राष्ट्र के रुख की सराहना की। उन्होंने कहा कि आखिरकार, संयुक्त राष्ट्र पाकिस्तान में गायब हुए लोगों के लिए एक स्टैंड लेता है। पाकिस्तान से जबरन गायब किए जाने के खिलाफ कन्वेंशन की पुष्टि करने का आग्रह करना। संयुक्त राष्ट्र द्वारा पाकिस्तान से जबरन गायब की जाने वाली घटनाओं को संबोधित करने का आह्वान न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम, बलूचिस्तान के लोगों ने दुनिया को हमारी दुर्दशा देखने के लिए बहुत लंबा इंतजार किया है। हम मुद्दे की भयावहता से निपटने के लिए अधिक पर्याप्त दबाव की उम्मीद कर रहे हैं।
द बलूचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन पर संयुक्त राष्ट्र समिति ने पाकिस्तान पर अपने निष्कर्ष जारी किए, और राष्ट्र से जबरन गायब होने की रिपोर्टों की जांच और मुकदमा चलाने के लिए आवश्यक उपाय करने का आह्वान किया।