By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 14, 2020
बर्लिन। जर्मनी के अपना रक्षा खर्च नहीं बढ़ाये जाने पर वहां से अमेरिकी सैनिकों को हटाने की चेतावनी के साल भर से अधिक समय बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कड़ा रुख अख्तियार करते नजर आ रहे हैं। उनकी योजना वहां 25 फीसदी से अधिक अमेरिकी सैनिकों की कटौती करने की है। जर्मनी में करीब 34,500 अमेरिकी सैनिक हैं, जबकि रक्षा विभाग के असैन्य कर्मचारियों सहित यह संख्या 50,000 हो जाती है। ट्रंप ने पिछले हफ्ते 25,000 सैनिकों को वापस बुलाने की योजना को कथित तौर पर मंजूरी दी थी।
टेक्सास के रिपब्लिकन मैक थोर्नबेरी ने अपने सहकर्मियों के साथ ट्रंप को एक संयुक्त पत्र में लिखा कि रूस की ओर से खतरा कम नहीं हुआ है और हमारा मानना है कि यह कदम नाटो के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता को कमजोर करेगा, जिससे रूस का रुख और आक्रामक होगा तथा वह अवसर का लाभ उठाना चाहेगा। हालांकि, दो हफ्ते पहले जर्मनी में अमेरिकी राजदूत के पद से इस्तीफा दे चुके रिचर्ड ग्रेनेल ने जर्मन अखबार बिल्ड से कहा, ‘‘डोलाल्ड ट्रंप इस बारे में बहुत स्पष्ट हैं कि हम सैनिकों को वापस लाना चाहते हैं।’’ हालांकि, इसकी घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
लेकिन ऐसी आशंका जतायी जा रही है कि ट्रंप प्रशासन के इस कदम से अमेरिका की अपनी वैश्विक सैन्य तैयारी ही प्रभावित होगी। इस फैसले के बारे में जर्मनी या नाटो के किसी अन्य सदस्य देश के साथ चर्चा नहीं की गई।