By नीरज कुमार दुबे | Feb 05, 2024
कश्मीर में आये पर्यटक इस समय बर्फबारी को देखकर बेहद खुश हैं। अमूमन इस समय बर्फबारी नहीं होती है लेकिन इस साल बर्फबारी देर से होने के कारण वह पर्यटक खुद को भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं जोकि इस समय घूमने आये हैं। प्रभासाक्षी से बातचीत में पर्यटकों ने कहा कि कश्मीर वाकई जन्नत है। पर्यटकों ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि इस समय हमें बर्फबारी देखने को मिल सकती है। जयपुर की एक पर्यटक ने श्रीनगर में बर्फबारी के दौरान नृत्य करते हुए कहा, "हम भाग्यशाली और धन्य हैं कि कश्मीर में अपनी यात्रा के पहले दिन हमने लाइव बर्फबारी का अनुभव किया।" गुजरात के एक अन्य पर्यटक ने अपना अनुभव व्यक्त करते हुए कहा कि वह अपने दोस्तों के साथ कश्मीर घूमने आया था, लेकिन जब डल झील पर बर्फबारी शुरू हुई तो उन्हें आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा, "जैसा कि सभी जानते हैं कि घाटी में पिछले दो महीनों से कोई बर्फबारी नहीं हुई है और हम बहुत खुश हैं कि श्रीनगर और अन्य स्थानों पर बर्फबारी शुरू हो गई है।" हम आपको बता दें कि श्रीनगर समेत निचले इलाकों में भी बर्फबारी हो रही है जिससे लोगों में खुशी की लहर है। डल झील में शिकारे की सैर करते सैलानियों को शीतलहर और बर्फबारी खूब भा रही है। यदि आपको भी बर्फबारी का मजा लेना है तो इस समय कश्मीर आ सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को अधिकतर स्थानों पर तापमान जमाव बिंदु से नीचे चले जाने के साथ ही घाटी में शीतलहर का प्रभाव बढ़ गया है। मौसम कार्यालय के अनुसार, जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 0.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दक्षिण कश्मीर का पहलगाम कल रात घाटी का सबसे ठंडा स्थान रहा। यहां न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 11.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यह शून्य से नीचे 3.5 डिग्री सेल्सियस से कम था। दूसरी ओर, उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग में तापमान पिछली रात शून्य से नीचे सात डिग्री से तीन अंक नीचे लुढ़क कर 10 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग में तापमान शून्य से नीचे 1.4 डिग्री और काजीगुंड में शून्य से नीचे 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार से कश्मीर में मौसम में सुधार होने की उम्मीद है। हालांकि, भीषण सर्दी ‘चिल्लाई कलां’ की 40 दिनों की अवधि समाप्त हो चुकी है, लेकिन कश्मीर में शीत लहर जारी है। घाटी इस समय 20 दिन के ‘चिल्लई-खुर्द’ (छोटी ठंड) की चपेट में है, जिसके बाद 10 दिनों का ‘चिल्लई-बच्चा’ (हल्की ठंड) का दौर आएगा।