By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 23, 2022
बीजिंग। चीन की एक अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में शुक्रवार को एक और सुरक्षा अधिकारी को मौत की सजा सुनाई। हालांकि, इसके क्रियान्वयन पर दो साल की रोक रहेगी। इससे एक दिन पहले, बृहस्पतिवार को दो वरिष्ठ अधिकारियों को एक अदालत ने भ्रष्टाचार और पद के दुरूपयोग के मामले में दंडित किया था। राष्ट्रपति शी चिनफिंग के विरोधियों के एक समूह का नेतृत्व करने के आरोपी एवं जन सुरक्षा मामलों के पूर्व उप मंत्री सुन लिजुन को रिश्वत लेने के आरोपों में मौत की सजा सुनाई गई है। उन पर आरोप है कि वह शेयर बाजार को प्रभावित कर रहे थे और अवैध रूप से हथियार रखे हुए थे। पूर्वोत्तर चीन में जिलिन प्रांत स्थित इंटरमेडिएट पीपुल्स कोर्ट ऑफ चांगचुन ने कहा कि सुन को उनके राजनीतिक अधिकार से भी वंचित कर दियाजाए और उनकी सारी निजी संपत्ति कुर्क कर ली जाए।
सुन (53) पर एक विरोधी समूह का नेतृत्व करने और शी के प्रति निष्ठाहीन होने का आरोप है। खबर में कहा गया है कि भ्रष्टाचार के मामलों के आरोपी पांच पूर्व पुलिस प्रमुखों को इस हफ्ते की शुरूआत में जेल भेज दिया गया था। बृहस्पतिवार को इसी अदालत ने एक शक्तिशाली पूर्व न्याय मंत्री फु जेंघुआ सहित दो वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई थी। हालांकि, इसके क्रियान्वयन पर दो साल की रोक रहेगी। सरकार संचालित पीपुल्स डेली ऑनलाइन की खबर के मुताबिक, इसके कुछ ही घंटे बाद अदालत ने जियांग्सु के अधिकारी वांग लाइक को ऐसी ही सजा सुनाई। वह जियांग्सु प्रांतीय कमेटी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के पूर्व सदस्य हैं। शुक्रवार को अदालत ने कहा कि यह साबित हुआ है कि सुन ने 2001 से लेकर अप्रैल 2020 तक विभिन्न पदों पर रहने का फायदा उठाते हुए कुल 9.23 करोड़ डॉलर से अधिक धन और मूल्यवान वस्तुएं प्राप्त की।