Whisky के पेग से भी महंगा हुआ टमाटर! फिर से बढ़ेगी कीमतें, अमीरों की भी पहुंच से दूर और गरीब भूले चटनी का स्वाद

By रेनू तिवारी | Aug 03, 2023

बार-रेस्टो में अगर आप एक विह्स्की का 30 एमएल का पेग पीते है तो वह भी 250-280 के बीच रहता है लेकिन एकल किलो टिमाटर की कीमत अब विह्स्की के एक पेग से भी मंहगी हो गयी हैं। टमाटर की कीमतों में महीने भर से जारी तेजी के बीच थोक व्यापारियों ने आने वाले दिनों में इस सब्जी के भाव 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाने की आशंका जताई है। थोक कारोबारियों ने आवक कम होने से टमाटर के थोक दाम बढ़ने की बात कही है। उनका कहना है कि इसका असर खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी के रूप में देखने को मिल सकता है।

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दिल्ली स्थित आजादपुर टमाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष और कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) के सदस्य अशोक कौशिक ने कहा, ‘‘पिछले तीन दिनों में टमाटर की आवक कम हो गई है क्योंकि भारी बारिश के कारण उत्पादक क्षेत्रों में फसल खराब हो गई है।’’ उन्होंने कहा कि थोक बाजार में टमाटर के भाव 160 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 220 रुपये प्रति किलो हो गए हैं, जिसके कारण खुदरा कीमतें भी बढ़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि सब्जियों के थोक विक्रेताओं को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि टमाटर, शिमला मिर्च और अन्य मौसमी सब्जियों की बिक्री में भारी गिरावट आई है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने से टमाटर की कीमत एक महीने से अधिक समय से चढ़ी हुई है। आजादपुर सब्जी मंडी के थोक विक्रेता संजय भगत ने पीटीआई-से कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और भारी बारिश के कारण सब्जियों के परिवहन में काफी कठिनाई हो रही है। उत्पादकों से सब्जियों को लाने में सामान्य से छह-आठ घंटे अधिक लग रहे हैं। ऐसी स्थिति में टमाटर की कीमत लगभग 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है।’’ उन्होंने कहा कि टमाटर और अन्य सब्जियां जो हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से आती हैं, उनकी गुणवत्ता में गिरावट आई है।

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हिमाचल प्रदेश में जुलाई में भारी बारिश होने से फसलों को नुकसान हुआ है। इस बीच, मदर डेयरी अपने सफल स्टोर के जरिये टमाटर की बिक्री 259 रुपये प्रति किलो पर कर रही है। केंद्र सरकार 14 जुलाई से ही रियायती दर पर टमाटर की बिक्री कर रही है। इससे राष्ट्रीय राजधानी में खुदरा कीमतें नरम पड़नी शुरू हो गई थीं लेकिन आपूर्ति में कमी आने से कीमतें दोबारा बढ़ने लगी हैं। आजादपुर कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) के सदस्य अनिल मल्होत्रा ने कहा कि बाजार में टमाटर की आपूर्ति और मांग दोनों कम है और विक्रेताओं को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मल्होत्रा ने कहा, ‘‘विक्रेताओं को सब्जियों की आवाजाही में देरी, गुणवत्ता में गिरावट जैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा ग्राहक टमाटर, शिमला मिर्च, फूलगोभी और पत्तागोभी जैसी सब्जियां खरीदने से हिचक रहे हैं।’’

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की खुदरा कीमत बुधवार को 203 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई, जबकि मदर डेयरी के सफल स्टोर पर कीमत 259 रुपये प्रति किलोग्राम थी। मदर डेयरी के प्रवक्ता ने कहा, “असामान्य मौसम के कारण पिछले दो महीनों से देश भर में टमाटर की आपूर्ति प्रभावित हुई है। पिछले दो दिनों में आजादपुर मंडी में भी आवक में भारी गिरावट आई है। कम आपूर्ति के कारण थोक बाजार में कीमतें तेजी से बढ़ी हैं, जिसके परिणामस्वरूप खुदरा कीमतों पर भी असर पड़ा है। एशिया की सबसे बड़ी थोक फल और सब्जी मंडी आजादपुर मंडी में टमाटर की थोक कीमतें बुधवार को गुणवत्ता के आधार पर 170-220 रुपये प्रति किलोग्राम रही।

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