By अभिनय आकाश | Mar 21, 2023
बीरभूम के बोगतुई में पश्चिम बंगाल एलओपी शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि एक साल पहले भी यहां भाजपा आई थी। हम आज भी मानवीय आधार पर यहां आए हैं, इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। इस घटना के लिए टीएमसी जिम्मेदार है। हम कानूनी रूप से इससे लड़ेंगे और अपने सभी संसाधनों के साथ 10 परिवारों के साथ खड़े होंगे। 2022 में बीरभूम के रामपुरहाट के बोगतुई में नरसंहार हुआ था। अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी दो बार (आज) पत्रकारों से मिलीं, एक बार हवाईअड्डे पर और फिर भुवनेश्वर में। किसी भी बातचीत में उसने एक बार भी बोगतुई का जिक्र नहीं किया।
एलओपी शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मौसी-भतीजे ने अपने किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट में बोगतुई का जिक्र नहीं किया। लेकिन टीएमसी कार्यकर्ता यहां ममता बनर्जी के लिए प्रचार कर रहे हैं। वह बोगतुई के साथ नहीं है। गौरतलब है कि बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में 21 मार्च 2022 को नृशंस हत्याकांड हुआ था। बाद में उसी रात बोगतुई गांव में भयानक नरसंहार हुआ। बोगतुई गांव में हुई राजनैतिक हिंसा में इसी दिन 10 लोगों को जिंदा जला दिया गया था। आज बोगतुई कांड की पहली बरसी है। पहली बरसी के दिन पीड़ित परिवारों ने श्रद्धांजलि देने पहुंचे राजनैतिक पार्टियों को फटकार लगाई। पीड़ित परिवारों का कहना है कि उन्हें शांति से रहने दें।