By अनन्या मिश्रा | Oct 10, 2024
आजकल के तनावपूर्ण जीवन में हर व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान रहता है। ऐसे में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बेहतर बनाए रखना बेहद जरूरी होता है। इसलिए आप हर रोज 15 मिनट कुछ योगासन का अभ्यास कर सकते हैं। इन आसनों को करने से आप तरोताजा और ऊर्जा से भरपूर रहेंगे।
ऐसे में अगर आप भी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके शरीर और मन को हेल्दी बनाने में मदद करेंगे।
तड़ासन
इसको करने से जमीन पर सीधे खड़े हो जाएं।
दोनों पैरों के पंजे और एड़ियों की आपस में चिपकाकर खड़े हो जाएं।
फिर हाथों को एक साथ जोड़कर शरीर को ऊपर की तरफ खींचें।
अब पैरों की एड़ी को ऊपर उठाएं।
पैरों की उंगलियों पर अपने शरीर का बैलेंस बनाए रखें।
ताड़ासन के फायदे
इस आसन को करने से हाइट बढ़ती है।
डाइजेशन बेहतर होता है।
हार्मोन संतुलित रहते हैं।
कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।
फोकस बढ़ता है।
मलासन
सबसे पहले बैठने की स्थिति में आएं।
अपने घुटनों को मोड़कर कूल्हों को जमीन पर टिकाएं।
अब अपनी जांघों को अपने धड़ से ज्यादा खोलें।
कुछ देर तक इसी स्थिति में बैठे रहें और फिर अपनी सामान्य पोजीशन में वापस आ जाएं।
मलासन के फायदे
कब्ज की समस्या में आराम मिलता है।
पीरियड क्रैम्प्स में आराम मिलता है।
यह आसन पीरियड को रेगुलेट करता है।
इससे फर्टिलिटी बूस्ट होती है।
बितिलासन
बितिलासन को करने के लिए दोनों घुटनों को टेकें और वज्रासन में बैठ जाएं।
अब हाथ और जांघ दोनों की ऊंचाई एक समान रखें।
दोनों हाथों को जमीन पर रखें और कूल्हों को उठाएं।
घुटनों के बीच 90 डिग्री का कोण बनाएं और गाय की स्थिति में आएं।
अब लंबी और गहरी सांस लेते रहें।
सिर को ऊपर की तरफ उठाएं और फिर नीचे की ओर झुकाएं।
इस दौरान आपकी रीढ़ की हड्डी का निचला हिस्सा ऊपर की ओर रखें।
अब अपनी ठोड़ी से छाती को छूने का प्रयास करें।
बितिलासन के फायदे
इससे बॉडी पोस्चर सही होता है।
इस आसन को बैक पेन में आराम मिलता है।
वहीं पीरियड क्रैम्प्स में आराम मिलता है।
इस आसन को करने से बैलेंस बनाने में मदद मिलती है।
सेतुबंधासन
सबसे पहले पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं और अपने घुटनों को मोड़ लें।
कंधे और सिर को फर्श पर आराम से टिकाएं।
अब अपने कूल्हों ऊपर की तरफ उठाएं।
इस दौरान अपने हाथों को जमीन से सटाएं।
फिर अपनी पीठ को धीरे-धीरे उठाएं।
गहरी सांस लेते हुए कुछ देर इसी पोजीशन में रुकें।
अब अपनी सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।
इस प्रक्रिया को कम से कम 10 बार दोहराएं।
सेतुबंधासन फायदे
इस आसन को करने से डाइजेशन में सुधार होता है।
इससे फेफड़ों की कैपेसिटी बढ़ती है।
इसको करने से फर्टिलिटी बेहतर होती है।
यह आसन थायराइड ग्लैंड के लिए अच्छा होता है।