By अंकित सिंह | Jul 23, 2022
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े एक मामले में राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने आज गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले को लेकर पिछले 2 दिनों से प्रवर्तन निदेशालय की कार्यवाही जारी है। इन सबके बीच पूरे मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस का बयान भी सामने आ गया है। तृणमूल कांग्रेस की ओर से पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हाकिम ने कहा कि हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और हमें न्यायपालिका पर भरोसा है। TMC पार्टी या सरकार किसी भी विसंगति या कदाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। न्यायपालिका के फैसले के बाद TMC कार्रवाई करेगी। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा। फिरहाद हाकिम ने कहा कि आज के हालात में ऐसा लग रहा है कि ईडी को भाजपा चला रही है। तभी तो सुवेंदु अधिकारी कह रहे हैं कि ईडी के कोई बयान देने से पहले ही भविष्य में बहुत कुछ मिलने वाला है। इसका मतलब है कि ईडी राजनीतिक रूप से भाजपा से प्रभावित है।
इससे पहले फिरहाद हाकिम ने कहा था कि ईडी की यह छापेमारी शहीद दिवस रैली के एक दिन बाद हुई है, जिसने पूरे देश में हलचल मचा दी थी। यह टीएमसी के नेताओं को परेशान करने व डराने-धमकाने के प्रयास के अलावा और कुछ नहीं है। अदालत के निर्देश के तहत सीबीआई पहले ही उनसे (मंत्रियों से) पूछताछ कर चुकी है और वे सहयोग कर रहे हैं। अब उन्हें बदनाम करने के लिए ईडी का सहारा लिया जा रहा है। भाजपा ने धनशोधन का मामला गढ़ा है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने सत्ता में आने के बाद से प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हुई विसंगतियों का समर्थन किया है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी नेताओं और उनके करीबी लोगों ने लाखों योग्य युवाओं को धोखा दिया और गैर-पात्र लोगों को उनकी नौकरी दे दी। सीबीआई और ईडी सही रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। कई रहस्य उजागर होंगे। भाजपा की इस मामले में कोई भूमिका नहीं है।
कोलकाता की एक अदालत ने शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में शनिवार को पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को दो दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया। धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने मामले की सुनवाई नहीं की, क्योंकि आज शनिवार का दिन है। चटर्जी को उनके आवास पर करीब 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के तहत केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह-सी और डी कर्मचारियों के साथ-साथ शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। ईडी घोटाले में राशि कहां से आयी और कहां गई इसकी पड़ताल कर रही है। ईडी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में दो मंत्रियों सहित करीब 12 व्यक्तियों के घरों पर एकसाथ छापेमारी की थी और करीब 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किये थे।