By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 13, 2024
कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित मालवीय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनपर लगाये गये आरोप उन्हें पश्चिम बंगाल से बाहर रखने की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की कोशिश है, जिसमें सत्तारूढ़ दल कभी सफल नहीं होगा। मालवीय ने एक दिन पहले कोलकाता के वकील शांतनु सिन्हा पर आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की बात कही थी। मालवीय ने सिन्हा पर उनके खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था।
भाजपा के बंगाल सह-प्रभारी और पार्टी के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख मालवीय ने मुख्यमंत्री व टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी को चुनौती दी कि वह (ममता) दुष्प्रचार अभियानों का सहारा लेने के बजाय उचित तरीकों से संदेशखालि की समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने एक्स पर कहा, ममता बनर्जी को मुझ पर कीचड़ उछालने के बजाय संदेशखालि के दाग को मिटाने के लिए अन्य वैध तरीके खोजने चाहिए। मुझे बंगाल से बाहर रखने के ऐसे प्रयास काम नहीं आएंगे। मैं तब तक नहीं जाऊंगा जब तक भाजपा की बंगाल इकाई संदेशखालि की महिलाओं के लिए न्याय सुनिश्चित नहीं कर देती और टीएमसी को सत्ता से बाहर नहीं कर देती।
भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के संयोजक मालवीय ने कहा, भाजपा और यहां तक कि वामपंथियों ने भी ‘हिंदू समहति’ को तृणमूल की हिंदुत्व शाखा के रूप में नामित किया है। मालवीय वकील और ‘हिंदू समहति’ के नेता शांतनु सिन्हा द्वारा लगाए गए आरोपों का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने इस पोस्ट के साथ टीएमसी भवन के बाहर सिन्हा की एक तस्वीर भी साझा की। सिन्हा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पीटीआई- से कहा, पिछले वर्ष 16 अगस्त को हमने ‘हिंदू समहति’ की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित किया था और टीएमसी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), कांग्रेस, भाजपा और अन्य सहित सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया था।
यह तस्वीर तब ली गई, जब मैं निमंत्रण देने के बाद टीएमसी भवन से बाहर आया था। मालवीय ने झूठे और अपमानजनक बयान देने के लिए सिन्हा को पहले ही कानूनी नोटिस भेज दिया है और उनसे माफी मांगने को कहा है। मालवीय के वकील ने कानूनी नोटिस में कहा कि सिन्हा ने फेसबुक पर एक पोस्ट में उनके मुवक्किल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से कुछ झूठे और अपमानजनक आरोप लगाए हैं। सिन्हा ने कहा कि वह कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हैं और पोस्ट वापस नहीं लेंगे।