By रेनू तिवारी | May 03, 2021
पश्चिम बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद भड़की हिंसा में 9 लोगों की जान जा चुकी हैं। 2 मई को शुरू हुई हिंसा 3 मई तक भी नहीं रुकी है। लगातार हिंसा का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अब इस मामले पर गृह मंत्राललय ने संज्ञान लिया है और पश्चिम बंगाल सरकार से मामले की रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्रालय ने चुनाव परिणाम के बाद विपक्षी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर की गई हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट तलब करने के लिए कहा है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के नतीजे सामने आने के दौरान ही पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में रविवार शाम को भी हिंसा भड़की। भारतीय जनता पार्टी के कुछ उम्मीदवारों के घरों और वाहनों पर कथित रूप से हमला किया गया और आरामबाग स्थित एक पार्टी कार्यालय में आग लगा दी गई। नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराने वाले सुवेंदु अधिकारी के वाहन पर भी हमला किया गया। माना जा रहा है कि हिंसा करने वाले टीएमसी के कार्यकर्ता है और वह जिन राज्यों में बीजेपी जीती हैं उसका बदला हिंसा करते ले रहे हैं। कथित तौर पर कहा जा रहा है कि टीएमसी के कार्यकर्ता बेकाबू हो गये हैं और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के घरों को जला रहे हैं। आगजनी की कई वीडियो भी सामने आयी है जिसमें बीजेपी के कार्यलय को जलते हुए देखा जा सकता है। एक आंकड़े के अनुसार पश्चिम बंगाल की हिंसा में 9 लोगों की जान जा चुकी हैं।
टीएमसी नेताओं ने कहा कि उनका किसी हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है और लोगों से शांति बनाए रखने और कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया।नटबारी में, भाजपा उम्मीदवार मिहिर गोस्वामी की कार क्षतिग्रस्त हो गई। उन्होंने उत्तर बंगाल के नताबारी से मंत्री और वरिष्ठ टीएमसी नेता रवींद्रनाथ घोष को हराकर चुनाव जीता। आरामबाग के एक भाजपा पार्टी कार्यालय में आग लगा दी गई, जहाँ पार्टी के उम्मीदवार मधुसूदन बाग ने टीएमसी के सुजाता मोंडल को लगभग 7,100 मतों से हराया। सिउरी में, एक भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और स्थानीय पार्टी नेता के ट्रैक्टर में आग लगा दी गई।