By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 16, 2022
रोजगार आंदोलन का आयोजन 16 से 22 अगस्त तक जंतर-मंतर पर होना था। राय ने कहा कि मार्च जंतर-मंतर पर समाप्त होने वाला था, लेकिन पुलिस ने उसे रोक दिया। संयुक्त रोजगार आंदोलन समिति द्वारा मंगलवार को जारी बयान के अनुसार, ‘‘पूरे देश में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है, लेकिन अगर हम अपनी तिरंगा पदयात्रा में रोजगार का मुद्दा उठा रहे हैं तो हमें रोका जा रहा है। हमें यह स्वीकार नहीं है और यह आंदोलन जारी रहेगा।’’ बयान के अनुसार, देश के 200 समूहों के 2,000 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने तिरंगा मार्च में हिस्सा लिया और रोके जाने पर अनशन पर बैठ गए।
राय ने कहा कि बिना नौकरियों के विकास असंभव है और राष्ट्रीय रोजगार नीति वक्त की जरूरत है और बेरोजगारी की समस्या को इसे लागू करके ही दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र को तत्काल राष्ट्रीय रोजगार नीति बनाने पर विचार करना चाहिए। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता राय ने कहा, ‘‘देश में बढ़ रही बेरोजगारी की दर के मद्देनजर, देश के सभी क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों के साथ मिलकर हमने राष्ट्रीय रोजगार नीति का मसौदा तैयार किया है। हम इसे केन्द्र सरकार के साथ साझा करना चाहते हैं, ताकि इस मसौदे को कानूनी रूप से संसद की मंजूरी मिल सके।