By अंकित सिंह | Oct 03, 2024
पंजाब के किसानों ने लखीमपुर खीरी घटना के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग को लेकर रेल रोको विरोध प्रदर्शन किया। विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, विरोध प्रदर्शन के तहत पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा के पास रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध कर दिया गया। यह विरोध प्रदर्शन लखीमपुर खीरी घटना की तीसरी बरसी मनाने के लिए है, जहां खेत में विरोध प्रदर्शन के दौरान चार किसानों और एक पत्रकार सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने देवीदासपुरा रेलवे ट्रैक को ब्लॉक कर दिया है। हम लखीमपुर खीरी घटना में न्याय की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एमएसपी पर कानूनी गारंटी कानून बनाया जाए। पंजाब में धान की खरीद नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि हम पंजाब सरकार और केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि वे श्रमिकों की हड़ताल को सुनिश्चित करें, बिचौलिए खत्म हुए ताकि धान की खरीदारी हो सके। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से आयोजित यह विरोध प्रदर्शन मध्याह्न साढ़े 12 बजे शुरू हुआ।
प्रदर्शनकारी किसानों ने फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, ऋण माफी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने और लखीमपुर खीरी की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करने की मांग की। अमृतसर में मनावाला रेलवे स्टेशन के पास किसानों के अमृतसर-दिल्ली रेल की पटरियों पर बैठ जाने से दोनों शहरों के बीच चलने वाली कई ट्रेनों का मार्ग बदलना पड़ा। केंद्र सरकार द्वारा फसलों पर एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी देने समेत विभिन्न मांग पूरी करने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से एसकेएम और केएमएम किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी किसान 13 फरवरी को सुरक्षा बलों द्वारा उनके मार्च को रोके जाने के बाद से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू तथा खनौरी सीमा पर डटे हुए हैं। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर धरने के कारण दुर्ग-उधमपुर और नई दिल्ली-लोहियां खास एक्सप्रेस ट्रेनें रोकनी पड़ी। अधिकारियों ने बताया कि अमरपाली-कटियार एक्सप्रेस और इंदौर-कटरा एक्सप्रेस को खन्ना तथा दोराहा रेलवे स्टेशनों पर रोक दिया गया। किसान मजदूर हितकारी सभा के सदस्यों ने जालंधर जिले के भंगाला में अनाज मंडी से रेलवे स्टेशन तक मार्च किया और जालंधर-जम्मू रेल खंड पर धरना देने से पठानकोट जाने वाली एक मालगाड़ी को मुकेरियां रेलवे स्टेशन पर रुकना पड़ा।