By अनन्या मिश्रा | Feb 29, 2024
अगर आप भी भगवान श्रीहरि विष्णु के परम भक्त हैं, तो हम आपको भगवान विष्णु को समर्पित 5 फेमस मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं। ऐसे में आप भी इन मंदिरों में दर्शन कर भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
भगवान श्रीहरि विष्णु को इस संसार का पालनहार माना जाता है। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। वहीं भगवान विष्णु की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए लोग गुरुवार का व्रत करते हैं और श्रीहरि विष्णु की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। वहीं लोग भगवान विष्णु के मंदिर जाकर दर्शन करते हैं। ऐसे में अगर आप भी भगवान श्रीहरि विष्णु के परम भक्त हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको भगवान विष्णु को समर्पित 5 फेमस मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं। ऐसे में आप भी इन मंदिरों में दर्शन कर भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
बद्रीनाथ
उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा के किनारे श्री बद्रीनाथ विराजमान है। आपको बता दें कि बद्रीनाथ मंदिर हिंदू धर्म के 'चार धाम' तीर्थस्थल में शामिल है। भगवान श्रीहरि विष्णु को समर्पित 108 मंदिरों में शामिल है। तमिल संतों द्वारा बद्रीनाथ मंदिर का छठी से 9वीं शताब्दी के बीच उल्लेख किया था।
द्वारिकाधीश मंदिर
द्वारिकाधीश मंदिर भगवान श्रीहरि विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण को समर्पित है। करीब 2000 वर्ष पुराने इस मंदिर का निर्माण भगवान श्रीकृष्ण के पोते वजृनाभ ने करवाया था। यह मंदिर विशेष इसलिए है, क्योंकि यह द्वारिका में स्थित है। वहीं द्वारिका श्रीकृष्ण की नगरी थी। द्वारिकाधीश मंदिर चार धाम तीर्थस्थान में शामिल है।
वेंकटेश्वर मंदिर
वेंकटेश्वर मंदिर भगवान विष्णु का सबसे पुराना और सबसे फेमस मंदिर है। तिरुपति के पास तिरूमाला पहाड़ी पर भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर स्थित है। हर साल यहां पर अनगिनत संख्या में लोग मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
रंगानाथ मंदिर
भगवान विष्णु को समर्पित रंगानाथ मंदिर दक्षिण भारत के तिरुचिरापल्ली शहर के श्रीरंगम में स्थित है। यह भगवान विष्णु के विशेष मंदिरों में से एक है। बताया जाता है कि भगवान विष्णु के इस मंदिर में श्रीराम ने लंका विजय करने के बाद लौटते समय यहां पर पूजा-अर्चना की थी।
जगन्नाथ मंदिर
जगन्नाथ मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मंदिर भी चार धाम में शामिल है। बता दें कि जगन्नाथ पुरी मंदिर से जुड़ी कई कथाएं प्रचलित हैं। हर साल जगन्नाथ पुरी से निकलने वाली रथ यात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं।