By एकता | Apr 05, 2022
महिलाओं के शरीर में जब हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ने जाता है तो उन्हें कई अन्य तरह की बीमारियां भी हो जाती हैं। इन्हीं में से एक है पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) की बीमारी। ज्यादातर महिलाएं इस बीमारी से पीड़ित हैं। पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को अनयिमित पीरियड्स, इनफर्टिलिटी जैसी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में महिलाएं दवाइयां लेती हैं और अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करती हैं। पर क्या आपको पता है कि हमारे किचन में बहुत सारी ऐसी चीजें मौजूद है जिनका इस्तेमाल करके महिलाएं इस बीमारी से छुटकारा पा सकती हैं। आईये जानते हैं पीसीओएस से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू नुस्खे-
मेथी
पीसीओएस की वजह से महिलाओं के शरीर में मोटापा और टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बढ़ने लगता है। ऐसे में मेथी के पत्तों या मेथी के बीज का सेवन करने से शरीर में इंसुलिन का स्तर सामान्य बना रहता है जिससे वज़न घटाने में मदद मिलती है। मेथी का इस्तेमाल करने के लिए इसके बीज को रातभर भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इसके अलावा आप भीगे हुए मेथी के बीज का सेवन दोपहर और रात के खाने से पहले भी कर सकते हैं।
तुलसी
तुलसी एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट मानी जाती है। पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं अगर इसका सेवन करती है तो उनके शरीर में एण्ड्रोजन और इंसुलिन का स्तर नियंत्रित रहता है। महिलाएं रोज सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाकर खा सकती हैं। इसके अलावा पानी में उबाल कर या फिर चाय में भी मिलाकर तुलसी का सेवन किया जा सकता है।
शहद
पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के शरीर में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है जिसकी वजह से उनके शरीर में मोटापा तेजी से बढ़ने लगता है। ऐसे में शहद का सेवन करने से काफी फायदे मिल सकते हैं। शहद भूख को शांत करता है और इसके सेवन से आपका पेट काफी देर तक भरा रहता है। इस तरह से शहद वजन कम करने में मदद करता है। महिलाएं सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में शहद और नींबू मिलाकर पी सकती हैं।
दालचीनी
दालचीनी कई तरह से महिलाओं के शरीर को फायदे पहुँचाती है। यह पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा यह महिलाओं की गर्भ धारण करने की क्षमता को भी बढ़ाने में मदद करती है। महिलाएं दालचीनी को दही या शेक में मिलाकर इसका सेवन कर सकती हैं या फिर चाय में भी मिलाकर इसे पी सकती हैं।
अलसी के बीज
अलसी के बीज में फाइबर, ओमेगा -3 और ओमेगा -6 फैटी एसिड और लिग्नान बहुत अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं। लिग्नान एक तरह का प्रोटीन होता है जो शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा को कम करता है और पीसीओएस के अधिकांश दुष्प्रभावों को दूर करता है। असली के बीज को पानी में या फिर जूस में मिलाकर पीया जा सकता है।
आंवला
एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी से भरपूर आंवला शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है और महिलाओं की फर्टिलिटी में भी सुधार करता है। महिलाएं आंवला रस निकालकर उसे पानी में मिलाकर पी सकती हैं। इसके अलावा इसे कच्चा भी खाया जा सकता है।