By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 02, 2019
नयी दिल्ली। चांदनी चौक से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने स्वीकार किया है कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण ‘कुछ परेशानी’ हुई लेकिन इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के प्रति लोगों का विश्वास नहीं डगमगाया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार के इन ‘‘साहसी कदमों’’ की लोगों ने सराहना की और इसकी आलोचना ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब नोटबंदी हुई तो यह निश्चित तौर पर बहुत कठिन और ऐतिहासिक सुधार था। हमारी सरकार एवं हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के लिए निश्चित तौर पर बहुत यह बहुत कठिन था। आपने देखा होगा कि पूरा देश बैंकों के बाहर कतार में खड़ा हो गया लेकिन एक भी व्यक्ति अप्रसन्न नहीं था क्योंकि प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण और उनकी मंशा पर लोगों का भरोसा था।’’
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केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा, ‘‘यद्यपि, नगदी को लेकर और उसे बदलने के लिए बैंक जाने में अल्पावधि के लिए लोगों को थोडी कठिनाई हुई। अब हर व्यक्ति यह महसूस करता है कि प्रधानमंत्री की मंशा पवित्र थी । किसी ने इसकी आलोचना नहीं की।’’ वस्तु एवं सेवा कर लागू किये जाने से व्यापारियों और दुकानदारों को हुई कठिनाइयों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि नयी कर व्यवस्था ‘‘सबसे बड़ा सुधार’’ है जिसमें व्यापारियों से मिली जानकारी के आधार पर समय समय पर संशोधन होता रहता है।
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भाजपा नेता ने कहा, ‘‘जीएसटी एक प्रमुख और सबसे बड़ा सुधार है। प्रधानमंत्री ने वह सब कुछ किया है जिससे लोगों को लाभ हो रहा है , चाहे लोग इसे कुछ समय के लिए पसंद नहीं करते हों। लेकिन, जीएसटी सुधारों को पेश करने के बाद, वह अपने दृष्टिकोण में इतने ग्रहणशील और व्यावहारिक थे कि उन्होंने समाज के सभी वर्गों के व्यापारियों से इनपुट लिया, उनके सुझावों को शामिल किया गया और 100-200 बार जीएसटी अधिनियम में संशोधन किया गया।’’ हर्षवर्द्धन पूर्वी दिल्ली के कृष्ण नगर विधानसभा क्षेत्र से चार बार सांसद रहे हैं। वह 1993 में सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हुए थे। मौजूदा लोकसभा चुनाव में चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र से वर्द्धन का मुकाबला कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल तथा आम आदमी पार्टी के पंकज गुप्ता से है।