By अभिनय आकाश | Sep 14, 2020
ईस्टर्न लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव बरकरार है हालांकि बीते चार दिनों से चीन के सैनिकों की तरफ से कोई अग्रेसिव कदम नहीं उठाया गया है। अभी भी पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे में कम से कम तीन चोटियों के पास भारत और चीन के सैनिक 300 मीटर की दूरी पर डटे हैं लेकिन चीनी सैनिकों की तरफ से भारतीय सैनिकों की पोजिशन के नजदीक आने और चोटी पर चढ़ने की कोई कोशिश नहीं की गई। पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर भी भारतीय सैनिक अहम चोटियों पर डटे हुए हैं। अगले हफ्ते दोनों सेनाओं के बीच कोर कमांडर स्तर की बातचीत होने की उम्मीद है।
लगातार चल रही है सैन्य मीटिंग
29-30 अगस्त को चीनी सैनिकों की घुसपैठ की कोशिश के बाद 31 अगस्त से कोर कमांडर मीटिंग लगभग लगातार चल रही है। 31 अगस्त से 5 सितंबर तक मीटिंग हुई। 6 और 7 सितंबर को ब्रिगेड कमांडर नहीं मिले और 7 सितंबर को ही चीन ने फिर भारतीय सेना की पोजिशन के करीब आने की कोशिश और हवाई फायरिंग की। इसके बाद 8 सितंबर को कोई मीटिंग नहीं हुई लेकिन 9 सितंबर से फिर हर रोज ब्रिगेड कमांडर मिले और मीटिंग 3 से 4 घंटे चलती है। कहा जा रहा है कि कोर कमांडर मीटिंग होने तक ब्रिगेड कमांडर फिर आपस में मिलें। यह मीटिंग कोई हल निकालने के लिए नहीं है लेकिन बातचीत का माहौल बनाने के लिए है।