लॉकडाउन के बीच स्मार्ट सिटी के तहत काशी में स्थित 84 घाटों पर हेरिटेज साइनेज लगाने का काम शुरू हो गया है। इस कार्य में करीब 4.3 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके अंतर्गत नाम पटि्टका बदलने के साथ प्रत्येक घाट पर उसकी महत्ता के साथ उसके आस-पास की प्रमुख धरोहरों और खासियत के बारे में विस्तार से दर्शाया जाएगा। इससे पर्यटकों के साथ यात्रियों को भी सुविधा होगी। घाटों पर श्रधालुओं के होने से नाविकों के आय में बढोतरी होगी।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि हेरिटेज साइनेज को विशेष प्रकार के धातु कर्टन पर अंकित किया जाएगा। इसकी खासियत यह होगी कि यह धातु गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी के बाद भी खराब नहीं होगा। साइनेज में क्यूआर कोड भी होगा, जिसे मोबाइल के माध्यम से स्कैन करने पर स्मार्ट सिटी के पोर्टल द्वारा उस हेरिटेज साइनेज के धरोहर से संबंधित जानकारी प्राप्त होगी। यह दिव्यांगों और दृिष्टहीन लोगों के लिए भी सुगम होगा। वहीं बनारस शहर के ऐतिहासिक धरोहरों एवं प्राचीन विरासतों के बारे में यहां आने वाले पर्यटकों, यात्रियों को सूचना आसानी से उपलब्ध होगी।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल के निर्देश पर काशी शहर में स्थित 84 घाटों पर ये हेरिटेज साइनेज लगाए जाने हैं। ये साइनेज पर्यटकों के मार्गदर्शन व अन्य ऐतिहासिक स्थलों से संबंधित जानकारी मुहैया कराएंगे। नाविक समाज के नेता कहना है कि सीलापट् लग जाने से घाट पर आने वाले पर्यटको और श्रधालुओं को घाट के इतिहास के बारे में पूरी जानकारी सुविधानुसार मिल जायेगी साथ ही घाटों पर पर्यटको के होने से नाविकों के आय के स्तोत्र में बढो़तरी होगी।