By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 04, 2019
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था में मंदी, जम्मू-कश्मीर के हालात और असम में एनआरसी से 19 लाख लोगों के बाहर होने के मुद्दों को लेकर बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस सरकार के दूसरे कार्यकाल के 96 दिनों में ही शासन व्यवस्था चरमरा गई है। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधान हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि यह ज्वालामुखी की तरह है जो फटने को है, लेकिन इस मैन मेड डिजास्टर को हल करने की कोई नीति नहीं है।’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कश्मीर की परिस्थिति आपके सामने है, एक महीने से अघोषित आपातकाल से भी खराब परिस्थिति कश्मीर में है। जम्मू-कश्मीर बिल्कुल फूटने की कगार पर खड़ा है और सरकार को इसका अंदाजा नहीं है कि उसने जो नीति अपनाई है उसका कितना नकारात्मक परिणाम आगे आने वाले दिनों में हमें देखने को मिलेगा।’’ असम में एनआरसी के मुद्दे का उल्लेख करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि असम में 19 लाख लोग राष्ट्रविहीन हो गए हैं। अगर संख्या कम भी होती है तो क्या भारत सरकार के पास इसकी कोई योजना है कि उनका क्या किया जाएगा?
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अर्थव्यवस्था में सुस्ती का हवाला देते हुए तिवारी ने कहा, दूसरे कार्यकाल में राजग सरकार को बने 96 दिन हो गए हैं। तीन शब्द- दमन, अत्याचार और अराजकता इस सरकार की कहानी बयां करते हैं। आर्थिक विकास की दर पांच फीसदी है। आज देश की अर्थव्यवस्था की बुनियाद कमजोर हो चुकी है। उन्होंने कहा, चीन से उलट भारत की अर्थव्यवस्था बुनियादी तौर पर निजी अर्थव्यवस्था है। सरकार के खर्च के अलावा निजी क्षेत्र से कोई निवेश नहीं हो रहा है। अर्थव्यवस्था पांच प्रमुख क्षेत्रों में सिर्फ दो फीसदी की दर से आगे बढ़ रही है। पिछले पांच वर्षों से कृषि क्षेत्र में संकट है। उन्होंने यह दावा भी किया कि मुद्रा योजना ऐतिहासिक रूप से विफल रही है। तिवारी ने यह आरोप भी लगाया कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में शासन व्यवस्था चरमरा गई है।