By नीरज कुमार दुबे | Apr 12, 2024
असम के डिब्रूगढ़ में जब हम अपनी चुनाव यात्रा लेकर पहुँचे तो पाया कि यहां तो पूरा इलाका ही मोदी मय है। हम आपको बता दें कि भाजपा ने यहां से केंद्रीय राज्य मंत्री रामेश्वर तेली का टिकट काट कर उनकी जगह मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। सोनोवाल राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं। सोनोवाल की छवि मिलनसार, मृदुभाषी और काम करने वाले नेता की रही है। इसलिए उनको उम्मीदवार बनाये जाने से क्षेत्र के लोग खुश दिखे। संभवतः हमें अब तक के अपने सफर में यह ऐसा क्षेत्र लगा जहां हर कोई भाजपा को वोट देने की बात कहता दिखा। लोगों का यही कहना था कि देश में मोदी जी की और राज्य में हिमंत बिस्व सरमा की जो सरकार चल रही है वह बहुत अच्छी है और हम चुनाव में उसी का साथ देंगे।
हमने जब खासकर महिलाओं से यह जानना चाहा कि सुरक्षा के हालात कैसे हैं तो सभी ने कहा कि जबसे भाजपा सत्ता में आई है तबसे सुरक्षा के हालात बहुत बेहतर हो गये हैं क्योंकि हमें शाम को बाहर जाने में डर नहीं लगता। न्यू मार्केट इलाके में हमें रात को महिलाएं शॉपिंग करती दिखीं और पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अब किसी बात का डर नहीं है इसलिए हम कभी भी कहीं भी आ जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति खासतौर पर पुलिस का रवैया बहुत अच्छा है क्योंकि हर शिकायत पर तुरंत कार्यवाही होती है और इससे समाज में सख्त संदेश गया है। कुछ लड़कियों से जब हमने बात की तो उन्होंने बताया कि पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करने पर उन्हें स्कूटियां मिलीं और इसके अलावा भी तमाम तरह की सहायता राशि सीधे खाते में आती है और राज्य से हर प्रकार के बिचौलियों को सरकार ने खत्म कर दिया है। कुछ महिलाओं ने बताया कि जिस तरह राज्य में कम उम्र की लड़कियों से शादी के खिलाफ अभियान चलाया गया हम उसकी सराहना करते हैं। हमारी मुलाकात एक लड़की से हुई जोकि कम उम्र में शादी के चलते मां बन गयी थी। उन्होंने बताया कि कम उम्र में मां बनने के कारण मुझे बहुत-सी दिक्कतें होती हैं इसलिए मैं समझ सकती हूँ कि राज्य सरकार के अभियान से लड़कियों को कितनी बड़ी राहत मिली है।
हमने यह भी पाया कि डिब्रूगढ़ में पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब से बड़ी संख्या में लोग आकर रह रहे हैं। यह लोग दशकों से यहां हैं और कोई ना कोई काम धंधा जमा चुके हैं। इन लोगों ने बताया कि आज से दस साल पहले उग्रवादियों का बोलबाला रहता था। चोरी-डकैती और छीनाझपटी आम बात थी। भ्रष्टाचार चरम पर था लेकिन केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से यहां के हालात में सुधार आया और उग्रवाद अब खत्म हो चुका है। लोगों ने बताया कि अब यहां पर लोग शांति के साथ जीवन गुजर बसर कर रहे हैं। लोगों ने कहा कि सरकार मदद दे या नहीं दे बस शांति का माहौल बनाये रखे तब भी हम भाजपा का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।
हम आपको बता दें कि असम की यह एकमात्र ऐसी लोकसभा सीट है जहां से आम आदमी पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा है। अपने उम्मीदवार मनोज धनोवार के लिए प्रचार करने के लिए दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी डिब्रूगढ़ भी आई थीं। जब हमने आम आदमी पार्टी की संभावनाओं के बारे में लोगों से बातचीत की तो सभी ने कहा कि यहां उसका कोई वजूद नहीं है। हमारे सवालों पर लोग हमसे ही पूछने लग गये कि अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार जब पूरे देश को समझ आते हैं तो दिल्ली की जनता को क्यों नहीं आते?