By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 24, 2021
वाशिंगटन। अमेरिका के एक शीर्ष एडमिरल ने कहा है कि एक तरफ जहां अमेरिका और भारत के बीच सैन्य संबंध अब तक के सर्वश्रेष्ठ स्तर पर हैं, वहीं भारत और चीन के बीच अविश्वास का माहौल अपने चरम पर है। एडमिरल ने आरोप लगाया कि हिंद महासागर में चीन की धोखा देने वाली कार्रवाई और पारदर्शिता में कमी ने वहां स्थिरता एवं सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है। एडमिरल जॉन सी एक्यूलिनो ने चीन के साथ एक माह तक चले गतिरोध में अपनी उत्तरी सीमा को सुरक्षित करने के भारत के प्रयासों की भी सराहना की।
एडमिरल एक्यूलिनो ने अमेरिका हिंद-प्रशांत कमान में कंमाडर पद के लिए अपने नाम की पुष्टि के लिए हुई सुनवाई के दौरान संसद की सशस्त्र सेवा समिति में मंगलवार को कहा, ‘‘भारत और चीन के बीच अविश्वास का माहौल अपने चरम पर है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हुई झड़प के परिणामस्वरूप द्विपक्षी संबंध बिगड़े हैं और भारत ‘वन बेल्ट वन रोड’ पहल के तहत चीन की गतिविधियों को लेकर काफी शंकित है।’’ सांसदों के लिखित प्रश्नों के उत्तर में उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के ग्वादर और श्रीलंका के हंबनटोटा में चीन का रुख भी भारत के लिए चिंता का विषय है और यहीं हाल हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी है।
हिंद महासागर में पीआरसी की धोखा देने वाली कार्रवाई और पारदर्शिता में कमी ने वहां स्थिरता एवं सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है।’’ सांसद देब फिचर की ओर से भारतीय सीमाओं पर चीन की कार्रवाई और भारत-अमेरिका सहयोग के भविष्य के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में एडमिरल एक्यूलिनो ने अपनी उत्तरी सीमा की रक्षा के लिए भारत द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। एडमिरल ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच सैन्य संबंध अब तक के सर्वश्रेष्ठ स्तर पर हैं और अमेरिका द्विपक्षीय तथा बहुपक्षीय सहयोग, अभ्यास, उच्च स्तरीय संयुक्त अभियानों और शीर्ष स्तर पर सहयोग के मामलों को लगातार बढ़ा रहा है। चीन की हालिया गतिविधियों पर उन्होंने कहा कि इन गतिविधियों ने उन खतरों को रेखांकित किया है जो चीन की ओर से भारत सहित सभी देशों के लिए उत्पन्न किए जा रहे हैं।