By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 07, 2022
बिहार में गोपालपुर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के बाद राष्ट्रीय जनता दल के नेता और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव परिणाम ने उनके ‘प्रयोग’ को सफल साबित किया है। यादव गोपालगंज से राजद के उम्मीदवार मोहन गुप्ता का परोक्ष जिक्र कर रहे थे। वैश्य समुदाय से आने वाले गुप्ता को पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाये जाने से साफ हुआ है कि परपंरागत रूप से ‘एम-वाई’ (मुस्लिम यादव) समीकरण पर चलने वाली पार्टी अब अपना दायरा बढ़ाने को उत्सुक है।
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘महागठबंधन को 2020 के विधानसभा चुनाव में विजयी भाजपा उम्मीदवार से 40,000 वोट कम मिले थे। इस बार (भाजपा के लिए)सहानुभूति की लहर होने के बावजूद हमने हार के अंतर को 2,000 वोटों से कम कर दिया। 2024 का लोकसभा चुनाव आने दीजिए, हम विधानसभा क्षेत्र में 20,000 वोट की बढ़त बनाएंगे।’’ राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का परिवार गोपालगंज से ताल्लुक रखता है। यह सीट चार बार के भाजपा विधायक सुभाष सिंह के निधन के बाद खाली हो गयी थी और उनकी पत्नी कुसुम देवी अब विधानसभा में प्रतिनिधित्व करेंगी।
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘गोपालगंज की जनता ने भाजपा के इस दावे को झुठला दिया है कि समाज के कुछ वर्ग उसके निष्ठावान मतदाता रहे हैं।’’ हालांकि, उप मुख्यमंत्री ने अपनी मामी इंदिरा यादव के खिलाफ कुछ नहीं कहा जिन्होंने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर गोपालगंज से चुनाव लड़ा और करीब 9,000 वोट हासिल किये। उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली एआईएमआईएम पार्टी के लिए भी कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की जिसने इस चुनाव में 12,000 से ज्यादा वोट प्राप्त किये हैं और राजद का नुकसान करने वाली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।
यादव ने कहा, ‘‘मैं सभी जातियों और धर्मों के लोगों को हम पर विश्वास जताने के लिए धन्यवाद देता हूं।’’ हालांकि कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने हैदराबाद से सांसद ओवैसी पर निशाना साधा और उन पर गोपालगंज में भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया। कुरहनी विधानसभा से राजद विधायक अनिल साहनी के अयोग्य करार दिये जाने के बाद तेजस्वी के सामने जल्द ही एक और परीक्षा आने वाली है। एआईएमआईएम ने कुरहनी विधानसभा उपचुनाव में भी किस्मत आजमाने का फैसला किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य में उसके एकमात्र विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा, ‘‘हम कुरहनी में जरूर लड़ेंगे।