By अभिनय आकाश | Jun 07, 2023
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि की ताजा टिप्पणी राज्य सरकार और उनके मंत्री को पसंद नहीं आई है। इस बार राज्य में निवेश आमंत्रित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की हालिया विदेश यात्राओं की आलोचना की है। जिसके बाद स्टालिन सरकार के मंत्रियों ने मोर्चा संभालते हुए पलटवार किया है। दरअसल, उधगमंडलम (ऊटी) में राजभवन में राज्य और निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ एक बैठक के दौरान राज्यपाल रवि ने कहा कि निवेशक सिर्फ इसलिए नहीं आएंगे क्योंकि हम उनसे कहते हैं, या हम जाते हैं और बात करते हैं। वे कठिन सौदेबाज हैं। हमारे देश में कई राज्य हैं जो एक ही काम कर रहे हैं। राज्यपाल ने कहा था कि हरियाणा में तमिलनाडु के समान प्रत्यक्ष निवेश है। उन्होंने आगे कहा कि हमें वैश्विक निवेशकों के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है, जिसके लिए आवश्यक कदम उठाने और उचित रूप से कुशल मानव संसाधन तैयार करने होंगे, तभी हम इस अवसर का लाभ उठा पाएंगे।
टीएन के वित्त मंत्री थंगम थेनारासु ने स्टालिन की विदेश यात्राओं पर राज्यपाल के स्पष्ट बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि टिप्पणी अतीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इसी तरह के दृष्टिकोण की अप्रत्यक्ष आलोचना थी। मेरा मानना है कि राज्यपाल हमारे मुख्यमंत्री की आलोचना करके परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना कर रहे हैं। मई 2021 में जब से डीएमके ने सरकार बनाई है, हम पहले ही 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश हासिल कर चुके हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्यपाल ने शैक्षणिक मामलों पर चर्चा करने वाले एक मंच पर प्रतिकूल टिप्पणी की। उनकी टिप्पणी स्पष्ट रूप से राजनीति से प्रेरित और पूरी तरह से अनावश्यक है।
बता दें कि स्टालिन हाल ही में सिंगापुर और जापान गए थे, इस दौरान उन्होंने दोनों देशों की कंपनियों के साथ एक दर्जन एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए। तमिलनाडु के फलते-फूलते कारोबारी माहौल के बारे में अपने विचारों के लिए रवि को फटकार लगाते हुए राज्य के उद्योग मंत्री टी आर बी राजा भी विवाद में कूद पड़े। उन्होंने रेखांकित किया कि राज्य देश में सबसे बड़ी संख्या में कारखानों और औद्योगिक श्रमिकों की मेजबानी करता है। भारत में दूसरी सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था के रूप में खुद को स्थापित किया है।