By अभिनय आकाश | Apr 02, 2020
निजामुद्दीन से निकाले गए तबलीगी जमात के लोग अपनी जांच और इलाज में डॉक्टरों का बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। यह बात उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने बताई। बता दें कि मरकज से निकाले गए 600 लोगों को अस्पताल में भेजा गया क्योंकि इनमें कोरोना वायरस के शुरूआती लक्षण साफ दिख रहे थे। सोचिए इतने सारे लोगों को जिनमें ये लक्षण दिख रहे थे उन्हें इन लोगों ने बंद करके रखा था। बाकी लोगों को दिल्ली की अलग-अलग जगह पर क्वारंटीन के लिए भेजा गया।
लेकिन जिन जगहों पर इन्हें क्वारंटीन के लिए भेजा गया है वहां पर ये लोग कैसी हरकतें कर रहे हैं ये भी जरा जान लीजिए। इन लोगों के अंदर देश के प्रशासन, देश की सरकार के लिए कितनी नफरत और कितना जहर भरा है। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता के बयान के अनुसार तबलीगी जमात के 167 लोगों को तुगलकाबाद के रेलवे के क्वारंटीन लोगों को ले जाया गया। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार ये लोग वहां बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे हैं।
सेंटर में इधर-उधर घूमने के साथ-साथ गैर जरूरी मांगें भी जारी हैं। इसके साथ-साथ इन्होंने इधर-उधर थूकने के साथ-साथ स्टाफ पर भी थूका है। थूकने का मतलब आप समझते हैं। कोरोना वायरस को फैलने में थूक बड़ी भूमिका अदा करता है। ये ऐसा इरादतन कर रहे हैं कि ये वायरस ज्यादा तेजी से फैले और ज्यादा से ज्यादा लोग संक्रमित हो जाए।