By प्रिया मिश्रा | Apr 18, 2022
आजकल बड़े-बुजुर्ग ही नहीं, बच्चे भी लो ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित है। कभी बड़े लोगों की बीमारी माने जाने वाली इस समस्या से अब छोटे बच्चे भी परेशान हैं। लो ब्लड प्रेशर या हाइपोटेंशन तब होता है जब शरीर का ब्लड प्रेशर सामान्य सीमा से नीचे चला जाता है। बच्चों में ब्लड प्रेशर कई कारणों से नीचे जा सकता है। शरीर में पानी की कमी, एलर्जी, एनीमिया, इंफेक्शन, पोषक तत्वों की कमी, दिल की बीमारी या अधिक परिश्रम वाली शारीरिक गतिविधियों के कारण बच्चों में लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। नियमित रूप से ब्लड प्रेशर कम रहना या बार-बार लो बीपी होना, गंभीर हो सकता है। इसलिए बेहतर है कि आप बच्चे में लो बीपी के लक्षणों को पहचान कर डॉक्टर की सलाह लें और इसका इलाज करें। आज के इस लेख में हम आपको बच्चों में लो ब्लड प्रेशर के लक्षण और इसके इलाज के बारे में जानकारी देंगे -
लो बीपी के लक्षण
चक्कर या बेहोशी
सिर में भारीपन महसूस होना थकान
जी मिचलाना
ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
धुंधला दिखाई देना
बीमार महसूस करना
साँस लेने में तकलीफ
इलाज
यदि बच्चे को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो उसके आहार में सोडियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। ऐसे भोजन जिनमें सोडियम होता है, ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं। अगर अचानक से बच्चे का बीपी तो हो जाए तो उसे नमकीन चीज़ें, पनीर, चिकन, सूप या ब्रेड खाने को दें। इन सभी में सोडियम की पर्याप्त मात्रा होती है। आप अपने बच्चे की उम्र के अनुसार उसके लिए सोडियम की सही मात्रा के बारे में जानने के लिए किसी बाल रोग विशेषज्ञ की सलाह ले सकते हैं।
चाहे बड़े-बूढ़े हों या छोटे बच्चे, लो ब्लड प्रेशर की समस्या से बचाव के लिए संतुलित आहार लेना बहुत आवश्यक है। अक्सर छोटे बच्चे ठीक तरह से खाना नहीं खाते हैं जिसकी वजह से उन्हें लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। ऐसे में उनके आहार में ताज़ी हरी सब्जियां, फल और नट्स आदि जरूर शामिल करें। लो बीपी से बचने के लिए बच्चों के खाने में फोलिक एसिड और विटामिन बी 12 से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
शरीर में पानी की कमी की वजह से भी लो बीपी हो सकता है इसलिए सुनिश्चित करें कि बच्चा पर्याप्त मात्रा में पानी पी रहा है। बच्चे को दिन में 7-8 गिलास पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करें। अगर कभी अचानक से बच्चे का बीपी लो हो जाए तो उसे नींबू, नमक और पानी का घोल या इलेक्ट्रॉल घोल पीने के लिए दें।
नियमित व्यायाम से भी लो बीपी की समस्या को कम किया जा सकता है। लेकिन बच्चे को ज़्यादा जोरदार व्यायाम या शारीरिक गतिविधि को करने से रखें। लो बीपी की स्थिति में बच्चे को ज्यादा देर तक खड़े होने या बैठने से बचाएं।
कई बार बैठकर झटके से उठने पर भी बीपी लो हो सकता है। यदि बच्चे को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो उसे ऐसा करने से रोकें।
यदि बच्चे को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर ऑप्शन है। डॉक्टर बेहतर तरीके से बीपी की स्थिति व कारण का पता लगा सकते हैं। इसी के अनुसार वह दवाई या बीपी को नॉर्मल करने व इसे बनाए रखने के तरीके के बारे में सलाह देते हैं।
- प्रिया मिश्रा