शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेने के लिये सुषमा रूस रवाना

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 29, 2017

नयी दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये रूस के सोची के लिये रवाना हो गई। वह इस शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। यह सम्मेलन 30 नवंबर और 1 दिसंबर को होने वाला है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रूस के सोची के लिये रवाना हो गई जहां वह संघाई सहयोग संगठन परिषद के शासन प्रमुखों की बैठक में हिस्सा लेंगी। इस संगठन के देशों की आबादी दुनिया की कुल आबादी का 42 प्रतिशत और इसका जीडीपी कुल का 20 प्रतिशत है।

भारत इस संगठन का पूर्णकालिक सदस्य 9 जून 2017 को बना था। शंधाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन का आयोजन 30 नवंबर और 1 दिसंबर को रूस के सोची में हो रहा है। भारत के अलावा पाकिस्तान भी इस संगठन का पूर्णकालिक सदस्य बना है। हाल की में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा था कि सुषमा स्वराज 29 नवंबर को वहां पहुंच रही हैं और 30 नवंबर का सुषमा का द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। सुषमा इस दौरान रूसी प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव की ओर से आयोजित भोज में भी शामिल होंगी।

सुषमा का एक दिसंबर को शिष्टमंडल के प्रमुखों के साथ सीमित लोगों के लिये निर्धारित बैठक में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है और इसके बाद प्रारंभिक सत्र का आयोजन होगा। इसी शाम विदेश मंत्री शिष्टमंडल के सभी सदस्यों के लिये रूसी प्रधानमंत्री की ओर से आयाजित भोज में हिस्सा लेंगी। वह दो दिसंबर को सोची से रवाना होंगी और उसी दिन दिल्ली पहुंच जायेंगी।

सुषमा का चीन और रूस के विदेश मंत्रियों के साथ 11 दिसंबर को बैठक करने का कार्यक्रम है और इस बैठक के बारे में कार्यक्रम की रूपरेखा अभी तैयार की जा रही है। सम्मेलन में पाकिस्तान भी हिस्सा ले रहा है लेकिन अभी तक दोनों देशों के बीच बातचीत का कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है।

प्रमुख खबरें

बिहार सरकार क्रिकेट स्टेडियम के विकास के लिए BCCI के साथ समझौता करेगी

एमएनएफ ने Lengpui airport को भारतीय वायुसेना को सौंपने की योजना का किया विरोध

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 के लिए नितीश कुमार रेड्डी को मिल सकता है मौका, चयनकर्ता कर रहे हैं बड़ा प्लान

Kazan ने खींचा दुनिया का ध्यान, गंगा के तट पर बसा ये शहर भारत के लिए क्यों है खास?