By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 26, 2020
नयी दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के 150 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद जताते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को कहा कि सरकार बनने के बाद प्रदेश में हुए सभी ‘घोटालों’ की जांच कराकर न्याय सुनिश्चित किया जाएगा और विकास को बिहार की पहचान बनाया जाएगा। इसके साथ ही सुरजेवाला ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के नेतृत्व पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ‘ टायर्ड एवं रिटायर्ड ’ नेतृत्व को बदलना चाहती है। बिहार से संबंधित कांग्रेस की चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य बिहार में व्यवस्था परिवर्तन करना, राज्य के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिन्हा के दौर वाला शासन फिर वापस लाना और विकास को बिहार की पहचान बनाना है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार, अब नीतीश कुमार एवं सुशील मोदी के ‘टायर्ड और रिटायर्ड’ नेतृत्व को बदलकर नयी ऊर्जा, नयी स्फूर्ति और नयी उमंग के साथ आगे बढ़ना चाहता है। बिहार चीख-चीखकर कह रहा है कि 15 साल के जुमलों और झूठे वादों से लोग थक चुके हैं। इसलिए महागठबंधन 150 से अधिक सीटें लेकर सरकार बनाएगा।’’ चुनाव बाद महागठबंधन का स्वरूप बदलने और जरूरत पड़ने पर छोटे दलों की मदद लेने की संभावना से जुड़े सवाल पर सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हमें 12 करोड़ बिहारवासियों पर विश्वास है, महागठबंधन दो तिहाई बहुमत की तरफ बढ़ रहा है और ऐसे में किसी और साथी की जरूरत नहीं होगी।’’
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बनने के बाद बिहार के विकास में सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा। यह पूछे जाने पर क्या महागठबंधन की सरकार कथित ‘सृजन घोटाले’ और भ्रष्टाचार के अन्य आरोपों की जांच कराएगी तो सुरजेवाला ने कहा, ‘‘घोटालों की जांच भी होगी और न्याय मिलेगा।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या मतदाता नीतीश के विकल्प के तौर पर तेजस्वी यादव में भरोसा जताएगा, कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘बिल्कुल! तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले कांग्रेस, राजद और वाम दलों के महागठबंधन की, जनता ने जाति और धर्म के बंधनों को तोड़कर मदद की है।’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘हमारा वादा है कि जाति और धर्म की राजनीति खत्म कर विकास की राजनीति लाएंगे। जो जाति और धर्म के आधार पर बिहार को बांटते थे, वो सफल नहीं होंगे। अब बिहार की पहचान विकास से होगी।’’ चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में सत्ता की दौड़ में राजग के आगे होने संबंधी सवाल पर सुरजेवाला ने कटाक्ष करते हुए दावा किया, ‘‘मोदी जी कभी भी टेलीविजन और चुनावी सर्वेक्षणों में पीछे नहीं दिखाई देते। याद कीजिए, छत्तीसगढ़ के चुनाव को, जब इन्हीं सर्वेक्षणों में कांग्रेस को 17 सीटें दिखाई जा रही थीं, लेकिन कांग्रेस को दो तिहाई सीटें मिलीं और भाजपा को 17-18 सीटें मिलीं। पिछले बिहार चुनाव में भी हमारे गठबंधन को पीछे दिखाया जा रहा था, लेकिन हमारे गठबंधन की बड़ी जीत हुई। इस बार भी बिहार, भाजपा को नकारेगा।’’ उन्होंने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभाओं का जमीन पर कोई असर नहीं हो रहा है, और उनके पास बिहार को विशेष पैकेज एवं विशेष राज्य का दर्जा देने से जुड़े सवालों का जवाब नहीं है। सहयोगी राजद के मुकाबले जमीन पर कांग्रेस के कमजोर होने से जुड़ी धारणा को ‘भाजपाई आरोप’ करार देते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘राजद, कांग्रेस और वाम दल, हम सभी गठबंधन के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। तेजस्वी की तरुणाई, कांग्रेस का तजुर्बा और वाम दलों की गरीबों-मजदूरों के लिए भावना- यह सब मिलकर यह गठबंधन बनता है। यह गठबंधन राज्य को श्री बाबू (श्री कृष्ण सिन्हा) के बिहार की तरह सर्वश्रेष्ठ शासित प्रदेश के लक्ष्य तक पहुंचाएगा।’’ राजद के नेतृत्व में सरकार बनने की स्थिति में कांग्रेस की भूमिका और उप मुख्यमंत्री पद से संबंधित सवाल पर सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस की भूमिका निर्णायक होगी। हमारा काम है कि युवाओं को 10 लाख नौकरियां मिलें,किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले, बच्चियों को मुफ्त शिक्षा मिले। हमारा लक्ष्य है कि सरकार बनने पर सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि व्यापक व्यवस्था परिवर्तन हो।’’ गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में राजद और वाम दलों के साथ तालमेल करके मैदान में उतरी कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। राजद 144 और वाम दल 29 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 10 नवंबर को होगी।