By अंकित सिंह | Sep 23, 2024
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अचानक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख दिया। अपने पत्र के जरिए नीतीश ने ऐसी मांग की है जिसे मोदी सरकार की ओर से इनकार करना असंभव है। मोदी को मिले पत्र में नीतीश ने उनसे अयोध्या और सीतामढी के बीच वंदे भारत ट्रेन शुरू करने का अनुरोध किया ताकि तीर्थयात्रियों को दोनों पवित्र शहरों के बीच बेहतर रेल कनेक्टिविटी मिल सके। आपको बता दें कि राज्य सरकार सीतामढी जिले में एक हिंदू तीर्थ स्थल, पुनौरा धाम जानकी मंदिर का विकास कर रही है, जिसे देवी सीता का जन्मस्थान माना जाता है।
नीतीश ने ट्वीटर पर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को सीतामढ़ी जिले में अवस्थित मां सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम हेतु सड़क एवं रेल संपर्कता प्रदान करने के लिए पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है। उन्होंने आगे बताया कि पत्र में भारत सरकार द्वारा बनाए जा रहे अयोध्या से सीतामढ़ी जिले तक राम-जानकी मार्ग के निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण करने तथा अयोध्या से सीतामढ़ी के बीच एक वंदे भारत ट्रेन के परिचालन हेतु संबंधित मंत्रालयों को उचित निदेश देने का आग्रह किया है। इससे श्रद्धालुओं को अयोध्या के साथ-साथ मां सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम आने में काफी सुविधा होगी।
उन्होंने कहा कि यह बहुत संतोष की बात है कि केंद्र सरकार ने अयोध्या से सीतामढी तक "राम-जानकी मार्ग" के विकास से संबंधित निर्माण कार्य पहले ही शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संबंधित मंत्रालय को इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया जाना चाहिए ताकि तीर्थयात्रियों को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर और बिहार के पुनौरा धाम जानकी मंदिर के बीच बेहतर सड़क सुविधाएं मिल सकें। सीतामढी जिले के पुनौरा धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
इससे पहले नीतीश ने अपने अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम में पुनर्विकास कार्य की समीक्षा की। पुनौरा धाम में माता जानकी मंदिर का पुनर्विकास कार्य भव्य ढंग से कराने का निर्देश दिया। पुनौरा धाम और अयोध्या की सीधी संपर्कता से भगवान राम और माता जानकी दोनों का दर्शन श्रद्धालुओं के लिए सुलभ होगा। प्रस्तावित राम जानकी पथ का निर्माण तेजी से कराने का एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिया है ताकि अयोध्या से सीतामढ़ी की सीधी कनेक्टिविटी स्थापित हो सके।
मंदिर परिसर में तालाब के घाटों का भी निर्माण बेहतर ढंग से कराने को कहा है। मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण सुनियोजित तरीके से कराने को कहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत मंदिर परिसर को हरा-भरा और सुंदर बनाने को कहा है।