By अंकित सिंह | May 06, 2022
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान अचानक पटना पहुंच गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात की है। दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत भी हुई है। हालांकि धर्मेंद्र प्रधान के इस दौरे को कयासों का दौर भी लगातार जारी है। दोनों नेताओं के बीच किस मुद्दे पर बात हुई, अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पायी है। धर्मेंद्र प्रधान के दौरे के बाद बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा तेज हो गई है। दावा तो यह भी किया जा रहा है कि जल्द ही बिहार में बीजेपी के मंत्री बदले जा सकते हैं। यही कारण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट में बड़े फेरबदल को लेकर लगातार चर्चा की जा रही है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक धर्मेंद्र प्रधान और नीतीश कुमार की मुलाकात मुख्यमंत्री आवास पर हुई है। खबर यह है कि परफॉर्मेंस के आधार पर भाजपा के कई मंत्रियों की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है। जबकि कइयों के विभागों को बदला जा सकता है। इसके अलावा बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी से भी केंद्रीय मंत्री ने लंबी बातचीत की है। विजय चौधरी के साथ धर्मेंद्र प्रधान राजकीय अतिथिशाला भी पहुंचे। यहां भी बिहार की शिक्षा को लेकर विजय चौधरी और धर्मेंद्र प्रधान के बीच लंबी बातचीत हुई है। आपको बता दें कि 16 नवंबर 2020 को जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे तब 14 मंत्रियों ने शपथ ली थी। बाद में कैबिनेट विस्तार हुआ।
जब नीतीश कैबिनेट में 14 मंत्री बनाए गए थे। तब भाजपा कोटे से सात मंत्री थे, जदयू कोटे से 5, वीआईपी तथा हम के कोटे से 1-1 मंत्री थे। 85 दिन बाद जब कैबिनेट का विस्तार हुआ तो भाजपा कोटे से कुल 9 और नए मंत्रियों को इसमें शामिल किया गया। जबकि जदयू के 8 लोग मंत्रिमंडल में शामिल हुए। नीतीश कैबिनेट में अभी भी पांच मंत्री परिषद की सीटें खाली हैं। मुकेश सहनी की नीतीश मंत्रिमंडल से छुट्टी भी हो चुकी है। ऐसे में अब कुल छह नए मंत्रियों की गुंजाइश है। हालांकि अब देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की राजनीति में कौन किस पर भारी पड़ता है। लेकिन यह बात तो तय है कि कैबिनेट विस्तार से पहले भाजपा और जदयू के बीच आंकड़ों को अपने पक्ष में करने की कोशिश की जा रही है।