By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 27, 2023
नयी दिल्ली। जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया में बीबीसी के 2002 के गोधरा दंगों पर आधारित वृतचित्र को प्रदर्शित किए जाने को लेकर हुए बवाल के बाद एक छात्र संगठन ने दिल्ली विश्वविद्यालय में इसे दिखाने की घोषणा की है। ‘भीम आर्मी स्टूडेंट फेडरेशन’ के अनुसार, वह दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के नॉर्थ कैंपस में कला संकाय के बाहर शाम पांच बजे इसे प्रदर्शित करेगा। प्रशासन ने इसके लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इस बीच, कांग्रेस से संबद्ध नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने नॉर्थ कैंपस में शाम चार बजे और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने आबेंडकर यूनिवर्सिटी कश्मीरी गेट परिसर में दोपहर एक बजे वृत्तचित्र दिखाने की घोषणा की है।
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) का वृत्तचित्र ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ दो भाग में है, जिसमें दावा किया गया है कि यह 2002 के गुजरात दंगों से संबंधित कुछ पहलुओं की पड़ताल पर आधारित है। 2002 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। विदेश मंत्रालय ने वृत्तचित्र को ‘‘दुष्प्रचार का हिस्सा’’ बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि इसमें निष्पक्षता का अभाव है तथा यह एक औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाता है। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने बुधवार को जामिया मिलिया इस्लामिया में वृत्तचित्र दिखाने की घोषणा की थी, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंच उसकी योजना विफल कर दी थी। जेएनयू में भी मंगलवार को वृत्तचित्र को प्रदर्शित किए जाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया था।