मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि, अस्पताल परिसर में एक ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) भी बनाई जाए, जिससे मरीज परामर्श ले सकें और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें भर्ती किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल से सागर, विदिशा, रायसेन और बुंदेलखंड के मरीज लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि कोविड से संघर्ष के इस दौर में जरुरत देखते हुए मध्य प्रदेश की सजग सरकार को बीना रिफाइनरी का विकल्प मिला, जहाँ ऑक्सीजन उपलब्ध है। चूँकि इसे दूसरी जगह ले जाना कठिन है अतः यहाँ अस्पताल बनाने का निर्णय किया गया। उन्होंने कहा कि जल्द ही कोरोना पेशेंट्स का यहाँ इलाज शुरू किया जायेगा। उन्होंने अस्पताल से संबंधित व्यक्तियों के रहने, खाने, पानी, सफाई, वाहन व्यवस्था, मेडिकल स्टॉफ, पेरामेडिकल स्टॉफ आदि की व्यवस्था पर भी विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान सागर सांसद राजबहादुर सिंह, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, विधायक महेश राय, उमाकांत शर्मा, जसपाल सिंह, प्रदीप लारिया, हरी सिंह सप्रे, गौरव सिरोठिया, संभागायुक्त मुकेश कुमार शुक्ला, कलेक्टर दीपक सिंह, पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह, अन्य जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।