डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के सख्त इंतजाम, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था ट्वीट

By दिनेश शुक्ल | Apr 03, 2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण दौरान लगातार काम करने वाले डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और कोरोना वारियर्स की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने सख्त रवैया अपना लिया है। बुधवार को इंदौर में कोरोना वायरस से बचाव की समझाइश देने गए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग और प्रशासनिक अमले पर हमले के बाद जहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर उपद्रवियों को चेताया तो वही प्रशासन ने उपद्रव करने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि मानवाधिकारी सिर्फ मानवों के लिए हैं यह सिर्फ एक ट्वीट नहीं चेतावनी है। उन्‍होंने इससे पहले बयान में भी कहा था कि कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा उषा कार्यकर्ता, राजस्व अमला, नगरीय निकाय के कर्मचारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी रखें और आप की संपूर्ण सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।

 

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना इंदौर में हुई है। उस घटना में शामिल सभी अराजक तत्वों को किसी भी कीमत में नहीं छोड़ा जाएगा। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि पीड़ित मानवता को बचाने के लिए आपके काम में कोई बाधा डालेगा तो कार्रवाई होगी। किसी कीमत पर इन्हें नहीं छोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कोरोना वारियर्स को कहा कि लोगों की जिंदगी के लिए जरूरी है, आप अपने काम में जुटे रहें। आपकी कर्तव्यनिष्ठा को प्रणाम। मैं और पूरा प्रदेश आपके साथ है।

 

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मेडिकल टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार को आईजी विवेक शर्मा ने अफसरों को बोलकर आरोपितों पर बलवा, मारपीट व जानलेवा हमले सहित डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट (डीएम) 2005 की धारा 51 भी बढ़वा दी। आईजी के मुताबिक, डीएम एक्ट रेयर केसों में लगाया जाता है। ऐसे अपराधियों को हमेशा के लिए चिन्हित कर लिया जाता है। गुरुवार शाम आइजी छत्रीपुरा व टाटपट्टी बाखल पहुंचे और पूरे इलाके में फ्लैग मार्च करवाया। पुलिस अधिकारीयों की बैठक के दौरान यह निर्देशित भी किया गया कि स्क्रीनिंग करने वाले अमले की हिफाजत का ध्यान रखा जाना चाहिए जिसके लिए स्वास्थ्य अमले के साथ पर्याप्त बल मौजूद रहे।

 

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इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा है कि डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ 20-20 घंटे काम कर रहे हैं ताकि लोगों की जान बचा सकें। उनके साथ बुरा व्यवहार किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं होगा। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। ये लोग लंबे समय तक जेल में रहेंगे। जहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ट्वीट के बाद प्रशासन सख्त हुआ है तो वही पुलिस प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के दौरान होने वाली अप्रिय घटनाओं के लिए भी कमर कस ली है। 


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