By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 28, 2017
वित्त मंत्रालय ने शेयर बाजारों और कारोबारियों से आज कहा कि एल्गोरिद्म कारोबार के मामले में नैतिकता जरूरी है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि जोखिमपूर्ण और गैर-प्रतिस्पर्धी कारोबार को नियंत्रित करने के लिये नीतियां विकसित करने की जरूरत है। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि नीति निर्माताओं और पूंजी बाजार नियामक सेबी को ऐसी नीतियां बनानी चाहिये जिसे सभी बाजार भागीदारों को भेदभाव-रहित, उचित और समान पहुंच सुनिश्चित हो।
आर्थिक मामले विभाग और नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर फाइनेंसियल मैनेजमेंट (एनआईएफएम) द्वारा आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुये गर्ग ने कहा कि एल्गोरिद्म कारोबार के जरिये कारोबार करते हुये शेयर बाजार में अधिक मुनाफा अर्जित करने में कुछ भी गलत नहीं है ‘‘लेकिन इसके साथ ही एल्गोरिद्म का इस्तेमाल बाजार में गड़बड़ी फैलाने, गैर-प्रतिस्पर्धी और असामानता के लिये भी किया जा सकता है, यहां तक कि इस तरह का जोखिम भी खड़ा हो सकता है जिसमें बाजार खुद ही धराशायी हो सकता है।’’
एल्गोरिद्म कारोबार जिसमें कि कंप्यूटर प्रणाली के जरिये पहले से ही प्रोगा्मिंग करके काफी तेजी से शेयर सौदे किये जा सकते हैं, यह इतनी तेजी से होते हैं जो कि मानव संचालन में यह संभव नहीं है। गर्ग ने कहा कि एल्गोरिद्म कारोबार में इस बात को भी ध्यान में रखा जाना चाहिये कि कोई भी बाजार के लिये जोखिम खड़ा कर सकता है, कोई भी गैर-प्रतिस्पर्धी परिवेश बना सकता है और अनुचित लाभ उठा सकता है, इन बातों पर भी गौर करना होगा।