By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 11, 2021
देश में इन दिनों फर्जी आईपीएस, वकील और शिक्षक बनकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बेरोजगार लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी की जाती है। अब ताजा मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया सामने आया है। यूपी के देवरिया में फर्जी दस्तावेजों के जरिए, शिक्षक पद की नौकरी दिलाने वाले एक गैंग का खुलासा हुआ है। इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। पांचों से एसटीएफ की टीम पूछताछ कर रही है और जल्द ही मामले में खुलासा किया जाएगा।
19 शिक्षकों की फर्जी तरीके से कराई गई भर्ती
आरोपी शिक्षकों को उनके वेतन का भुगतान भी कराते थे। इस ठगी को अंजाम देने के लिए खुद शिक्षा विभाग का एक कर्मचारी भी शामिल था। सभी आरोपियों को देवरिया से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों में एक आरोपी खुद को लेखाधिकारी का करीबी बताया करता था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम ओमप्रकाश मिश्र, अजीत कुमार, उपाध्याय, संजय कुमार, आर्य मुन्ना यादव और राजकुमार मणि हैं।
जांच में एसटीएफ की टीम ने यह पाया है कि लगभग 19 शिक्षकों को फर्जी तरीके से नियुक्ति कराई गई थी। इसके साथ आरोपियों के एक बड़ा रैकेट को संचालित करने का भी पर्दाफाश हुआ है। आपको बता दें कि इससे पहले भी यूपी सरकार फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी लेने वालों पर कार्रवाई कर चुकी है।
गैंग के रैकेट का पता लगा रही पुलिस
फिलहाल मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है इनका यह रैकेट कहां तक फैला हुआ है। मामले में जांच की जा रही है और जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। पुलिस अन्य जिलों में मामले को लेकर दबिश दे रही है।