By अनुराग गुप्ता | Aug 02, 2022
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपए के स्कूल भर्ती घोटाले के केंद्र में रहे राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी एक जैसे जवाब दे रही है। आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी दोनों को ही गिरफ्तार कर लिया है और दोनों से ही पूछताछ जारी है। इसी बीच अर्पिता मुखर्जी को चिकित्सीय जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि पैसा मेरा नहीं है।
कैश क्वीन और पार्थ का जवाब एक जैसा
अर्पिता मुखर्जी ने दावा किया कि ईडी की छापेमारी के दौरान बरामद रुपए पैसे उनके नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अर्पिता मुखर्जी ने बताया कि वह पैसा मेरा नहीं है। मेरी गैरमौजूदगी में पैसा वहां रखा गया था। दरअसल, जांच एजेंसी ने अर्पिता मुखर्जी के कोलकाता स्थित आवास से करोड़ों की नकदी और आभूषण बरामद किए थे।
इससे पहले पार्थ चटर्जी को जब चिकित्सीय जांच के लिए अस्पताल लाया गया था तब उन्होंने भी बिल्कुल ऐसा ही बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि छापेमारी के दौरान बरामद रुपए उनके नहीं हैं और समय बताएगा कि उनके खिलाफ साजिश में कौन लोग शामिल हैं। इसके बाद अस्पताल से बाहर निकलने पर उन्होंने एक बार फिर से कहा था कि रुपए उनके नहीं हैं और वह इस तरह के लेनदेन में कभी शामिल नहीं रहे हैं।
गौरतलब है कि पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी को लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार ममता बनर्जी सरकार पर लगातार निशाना साध रही थी। ऐसे में पार्थ चटर्जी को ममता मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया और फिर उसके बाद उन्हें पार्टी से भी निलंबित कर दिया गया। हालांकि यह भी कहा गया कि निर्दोश साबित होने पर वो अपने पदों पर वापस आ सकते हैं।