By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 12, 2019
नयी दिल्ली। खेल मंत्री कीरेन रीजीजू ने सोमवार को कहा कि भारत को पाकिस्तान में अगले महीने होने वाले डेविस कप मुकाबले में भाग लेना चाहिए या नहीं इस पर सरकार फैसला नहीं कर सकती क्योंकि यह द्विपक्षीय प्रतियोगिता नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया ओसियाना क्षेत्र ग्रुप ए डेविस कप मुकाबला 14 और 15 सितंबर को इस्लामाबाद में होगा लेकिन जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के कारण इस पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।
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रीजीजू ने खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय के एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘‘अगर यह द्विपक्षीय खेल प्रतियोगिता होती तो फिर भारत को पाकिस्तान से खेलना चाहिए या नहीं, यह राजनीतिक फैसला बन जाता। लेकिन डेविस द्विपक्षीय प्रतियोगिता नहीं है और इसका आयोजन एक विश्व खेल संस्था करती है। ’’उन्होंने कहा, ‘‘भारत ओलंपिक चार्टर को मानता है और उस पर उसके हस्ताक्षर हैं, इसलिए भारत सरकार या राष्ट्रीय महासंघ यह फैसला नहीं कर सकते कि भारत को इसमें भाग लेना चाहिए या नहीं।’’
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अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) इस मुकाबले को तटस्थ स्थल पर करवाना चाहता है लेकिन पाकिस्तान टेनिस संघ ने रविवार को स्पष्ट कर दिया कि वह स्थल बदलने पर सहमत नहीं होगा क्योंकि इस्लामाबाद में पहले से ही तैयारियां चल रही हैं। आईटीएफ से स्थान बदलने की मांग करते हुए एआईटीए दोनों के बीच तनाव और सुरक्षा चिंताओं को कारण बताएगा। भारत की कोई भी डेविस कप टीम 1964 के बाद पाकिस्तान दौरे पर नहीं गयी तथा मुंबई में 2008 के आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट श्रृंखलाएं भी नहीं खेली गयी हैं।
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पाकिस्तान ने 2017 के अपने पांच में से चार घरेलू मुकाबले इस्लामाबाद में खेले हैं। इस बीच उसने कोरिया, थाईलैंड, उज्बेकिस्तान और ईरान की मेजबानी की है। हांगकांग ने 2017 में पाकिस्तान का दौरा करने से इन्कार कर दिया था जिससे पाकिस्तानी टीम को वाकओवर मिल गया था। पाकिस्तान आखिरी बार 2016 में तटस्थ स्थल पर खेला था तब उसने कोलंबो में चीन की मेजबानी की थी। पाकिस्तान ने 2015 में अपने दोनों मुकाबले तटस्थ स्थल पर खेले थे। उसने चीनी ताइपै की तुर्की में और कुवैत की कोलंबो में मेजबानी की थी।