By अनुराग गुप्ता | Feb 02, 2022
लखनऊ। योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी (सपा) का दामन थामा था। उस वक्त उनके साथ कई और नेताओं ने सपा की सदस्यता ग्रहण की थी और इसे भाजपा में भगदड़ के तौर पर देखा जा रहा था। ऐसे में सपा में उनका टिकट पडरौना से पक्का माना जा रहा था लेकिन सपा ने उन्हें पडरौना से नहीं बल्कि दूसरे विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा है।
सपा ने बुधवार को 3 और उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया। इसमें हाल ही में पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम भी शामिल है। जिन्हें सपा ने कुशीनगर जिले की फाजिलनगर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। पिछले विधानसभा चुनाव में स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा की टिकट पर पडरौना से विधानसभा चुनाव जीता था और फिर उन्हें योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बनाया गया था। इससे पहले उन्होंने साल 2012 के चुनावों में बसपा की टिकट पर जीत दर्ज की थी।
आरपीएन के पडरौना से उतरने की संभावना
कांग्रेस में 32 सालों तक रहने वाले आरपीएन सिंह ने हाल ही में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। जिसके बाद से स्वामी प्रसाद मौर्य के भीतर द्वंद चल रहा था। माना जा रहा है कि भाजपा आरपीएन सिंह को पडरौना से चुनावी मैदान में उतार सकती है। पडरौना आरपीएन सिंह का परंपरागत क्षेत्र रहा है।
साल 2009 में वह पडरौना लोकसभा क्षेत्र से ही चुनाव जीतकर सांसद बने थे। इसके बाद मनमोहन सिंह की सरकार में उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया था। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था और उन्हें आरपीएन सिंह ने परास्त किया था।