विश्व कप में इंग्लैंड और बांग्लादेश से मिली हार के बाद दक्षिण अफ्रीका का सामना अब आईसीसी रैंकिंग में दूसरा पायदान हासिल करने वाली टीम भारत से होगा। हालांकि दक्षिण अफ्रीका की मौजूदा स्थिति पहले के मुकाबले काफी कमजोर नजर आ रही है और इसी के साथ उन्हें एक और झटका लगा है। पहले फॉक डु प्लेसिस के सबसे बेहतरीन गेंदबाज डेल स्टेन का ना खेलना और फिर हाशिम अमला और एल. एनगिडी का चोटिल होना टीम को दिक्कत में डाल सकता है।
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सोमवार को प्रैक्टिस के दौरान डेल स्टेन दिखाई तो दिए ही साथ में उन्होंने गेंदबाजी भी की। लेकिन जो खबरें निकलकर सामने आ रही हैं उनके मुताबिक डेल स्टेन का टीम इंडिया के खिलाफ खेलना मुश्किल है। करीब 2 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में डेल स्टेन का कंधा चोटिल हो गया था। जिसके बाद उन्होंने इतने दिनों में बहुत कम क्रिकेट खेली। इसी बीच बांग्लादेश से मिली दूसरी हार के बाद वो मैदान में पसीना बहाते हुए दिखे लेकिन लय में वापस नहीं लौट पाए।
हाशिम अमला: दक्षिण अफ्रीका टीम के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज जिन्होंने सबसे तेज 1,000, 2,000, 3,000, 4,000, 5,000, 6,000 रन बनाने का आंकड़ा अपने नाम किया। ऐसे में उनका टीम में न होना कितना मुश्किल है यह क्रिकेटप्रेमियों को तो पता ही होगा। खैर इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहला मैच में टीम दक्षिण अफ्रीका को उस समय गहरा झटका लगा जब जोफ्रा ऑर्चर द्वारा फेंकी गई बाउंसर उनके हेलमेट पर आकर लगी। इस गेंद की रफ्तार 90 किमी प्रतिघंटा थी और उसकी चपेट में आने के बाद हाशिम अमला ने खुद को असहज महसूस किया और रिटायर्ड हर्ड हो गए।
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मौजूदा नाम एल एनगिडी का शामिल हो गया। बांग्लादेश के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख गेंदबाज एल एनगिडी के पैर की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया और फिर वह मैदान के बाहर चले गए। जिसके बाद से यह अंदाजा लगाया जाने लगा कि वह अब भारत के खिलाफ होने वाले मुकाबले में हिस्सा नहीं लेंगे। हालांकि इस बात पर अंतिम मुहर तो 5 जून को होने वाले मुकाबले से ठीक पहले लगेगी।
विश्व कप के प्रबल दावेदार के तौर पर देखी जा रही टीम इंडिया के पास महेंद्र सिंह धोनी का अनुभव है और कप्तान कोहली का क्लॉस। हालांकि 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी पर नजर डाली जाए तो महेंद्र सिंह धोनी ने रोहित शर्मा को ओपन करने के लिए पूछा था और रोहित ने कहा मैं तैयार हूं। फिर क्या था 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित शर्मा के साथ सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का बल्ला बोला और भारत ने धोनी की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली। मौजूदा हालात भी कुछ-कुछ साल 2013 से मिलते हुए हैं। इस बार टीम इंडिया के पास नंबर 4 को लेकर एक परेशानी थी जिसे लोकेश राहुल ने प्रैक्टिस मैच के दौरान शतक जड़कर पाट दी है।
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भारत के पास कुलदीप और चहल की जोड़ी भी मौजूद है। जिन्होंने साथ रहते हुए टीम को कई सारी सफलताएं दिलाई हैं। हालांकि कुलदीप यादव का प्रदर्शन आईपीएल के मौजूद सत्र में कुछ खास नहीं था। उन्होंने 9 मैचों में 8.66 के इकोनॉमी रेट से 286 रन लुटाए और महज 4 विकेट ही चटकाने में कामयाबी हासिल कर पाई। जबकि चहल का प्रदर्शन शानदार रहा उन्होंने 14 मैच में 18 विकेट चटकाए और धोनी के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रवींद्र जडेजा ने 16 मैच में 15 विकेट लिए और बल्ले से अपना दम-खम दिखाते हुए 106 रन भी जड़े।
- अनुराग गुप्ता