By अनुराग गुप्ता | Oct 30, 2021
साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने माफी मांगकर 52 साल पुराने नस्लीय जिन्न को जागने से पहले ही रोक दिया था और अब श्रीलंका के खिलाफ मैदान पर उन्होंने अपना दमखम दिखाया। आपको बता दें कि टी20 विश्व कप के सुपर-12 मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया और कप्तान टेम्बा बावुमा के फैसले को डिकॉक ने सही साबित किया।
इस दौरान डिकॉक ने घुटने के बल बैठकर ब्लैक लाइव्स मैटर अभियान का समर्थन भी किया।
खली थी डिकॉक की कमी !
दरअसल, डिकॉक ने श्रीलंका के चरित असलंका को रबाडा की मदद से रनआउट कर यह दर्शा दिया कि आखिर क्यों साउथ अफ्रीका टीम में उनका रहना अहम है। आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले के बाद विवाद खड़ा हुआ था और उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुकाबला नहीं खेला। हालांकि टीम को ज्यादा परेशानी नहीं हुई क्योंकि वेस्ट इंडीज के खिलाफ साउथ अफ्रीका ने 8 विकेट से जीत दर्ज की। लेकिन नार्खिया की गेंद पर विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन से कैच छूट गया था।आपको बता दें कि हेनरिक क्लासेन कैच को जज नहीं कर पाए थे। जिसके बाद डिकॉक की कमी खलने लगी थी। लेकिन डुसैन और मारकम ने दमदार बल्लेबाजी कर वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुकाबले में जीत दर्ज की।क्या बोले थे डिकॉक ?डिकॉक ने नस्लीय मामले में माफी मागते हुए कहा था कि मैं जिस पीड़ा, भ्रम और गुस्से का कारण बना, उसके लिए मुझे गहरा खेद है। मैं अबतक इस महत्वपूर्ण मसले पर चुप था। लेकिन मुझे लगता है कि अब मुझे अपनी बात को थोड़ा स्पष्ट करना चाहिए। जब भी हम विश्व कप में खेलने के लिए जाते हैं तो ऐसा कुछ होता है। यह उचित नहीं है। मैं अपने साथियों विशेषकर कप्तान तेम्बा बावुमा का सहयोग के लिए आभार व्यक्त करता हूं।उन्होंने कहा था कि लोग शायद पहचान न पाएं, लेकिन वह एक शानदार कप्तान है। अगर वह और टीम और साउथ अफ्रीका के लोग मेरे साथ होंगे तो मैं अपने देश के लिए फिर से क्रिकेट खेलने के अलावा और कुछ नहीं चाहूंगा। क्रिकेट साउथ अफ्रीका के द्वारा जारी किए गए बयान में डिकॉक ने कहा कि जिस तरह से मैच से कुछ घंटे पहले खिलाड़ियों के लिए आदेश जारी किया गया उस रवैये के कारण उन्होंने मैच से पहले घुटने के बल बैठने से इनकार कर दिया था।