By अंकित सिंह | Oct 13, 2022
भारत के पूर्व कप्तान और वर्तमान में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को लेकर पिछले कई दिनों से लगातार खबरें आ रही हैं। फिलहाल बीसीसीआई अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो चुके हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष पद के चुनाव में उन्होंने अपना नामांकन दाखिल नहीं किया है। भारत के पूर्व खिलाड़ी रोजर बिन्नी अब बीसीसीआई अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे हैं। सौरव गांगुली के बीसीसीआई से बाहर होने को लेकर राजनीतिक बवाल भी हुआ। कुछ लोगों ने तो यह भी कह दिया कि भाजपा में शामिल नहीं होने की वजह से सौरव गांगुली को बीसीसीआई से बाहर होना पड़ा है। इन सब के बीच तमाम खबरों पर आज सौरव गांगुली ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।
भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने साफ तौर पर कहा कि मैं 5 साल तक क्रिकेट एसोसिएशन बंगाल का अध्यक्ष रहा और 3 साल तक बीसीसीआई के अध्यक्ष रूप में मैंने काम किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यकाल समाप्त होने के बाद आपको जाना होता है। आप खेल या प्रशासन में हमेशा के लिए नहीं बने रह सकते हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कह दिया कि खिलाड़ी और प्रशासक के रूप में सिक्के के दोनों पक्षों को देख कर बहुत अच्छा था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं एक प्रशासक के रूप में रहा हूं और आगे भी बहुत कुछ करूंगा। आप जीवन में जो कुछ भी करते हैं वह सब अच्छे दिन होते हैं। उन्होंने कहा कि 1 दिन में अंबानी या नरेंद्र मोदी नहीं बनते। आपको यहां पहुंचने के लिए महीने और सालों काम करना पड़ता है।
सौरव गांगुली ने साफ तौर पर कहा कि अब मैं कुछ नया करने जा रहा हूं। मेरे क्रिकेटिंग करियर के 15 साल सबसे बेहतरीन रहे। बताया जा रहा है कि बेंगलुरु के रहने वाले 67 वर्षीय बिन्नी बोर्ड के 36वें अध्यक्ष होंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए बीसीसीआई सचिव बने रहेंगे। राजीव शुक्ला बोर्ड के उपाध्यक्ष बने रहेंगे। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण सिंह धूमल अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चेयरमैन होंगे। असम के मुख्यमंत्री हिमांता बिस्वा सरमा के करीबी देवजीत सैकिया नए संयुक्त सचिव होंगे। वह जयेश जॉर्ज की जगह लेंगे।