उन्होंने कहा, ‘‘हम एक महामारी का सामना कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कदमों की जरूरत है। इन कदमों से आर्थिक गतिविधियां व्यापक रूप से बाधित हुई हैं जिसका असंगठित क्षेत्र पर काफी बुरा असर पड़ा है। लाखों प्रवासी कामगार बड़े शहरों से अपने कस्बों और गांवों की तरफ कूच कर गए हैं।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अब निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले 4.4 करोड़ से अधिक कामगारों का भविष्य अधर में पड़ गया है। शहरों के बंद करने के कड़े कदमों से बहुत सारे कामगारों के सामने जीविका का संकट भी पैदा हो गया है।’’
सोनिया के मुताबिक कनाडा समेत कई देशों ने कोरोना वायरस के संकट के बीच आर्थिक योजना सामने रखी है।इसे भी पढ़ें: भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 508 हुए, अब तक 10 लोगों की मौत
ऐसे में यहां की अप्रत्याशित स्थिति को देखते हुए कागमारों के हित में कदम उठाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों के लिए आपात कदम उठाए जाएं और कुछ निश्चित राशि की मदद उन्हें दी जाए।