By अंकित सिंह | Oct 12, 2023
गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी के कारण सितंबर में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर तीन महीने के निचले स्तर 5.02 पर आ गई। मुद्रास्फीति दो महीने के अंतराल के बाद रिज़र्व बैंक के 6 प्रतिशत से नीचे के आरामदायक स्तर पर वापस आ गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में 6.83 प्रतिशत और सितंबर 2022 में 7.41 प्रतिशत थी। पिछला निचला स्तर इस साल जून में था जब रीडिंग 4.87 प्रतिशत थी।
खुदरा मुद्रास्फीति दो महीने के अंतराल के बाद फिर से रिजर्व बैंक के संतोषजनक दायरे में आ गई है। रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने का दायित्व मिला हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में खाद्य उत्पादों की कीमतें घटने से खाद्य मुद्रास्फीति 6.56 प्रतिशत पर आ गई जबकि अगस्त में यह 9.94 प्रतिशत रही थी। आरबीआई द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर गौर करता है।