By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 21, 2024
नयी दिल्ली । केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक वृद्धि की दिशा में देश की यात्रा में कोयला क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया है। रेड्डी ने भारत के विकास लक्ष्यों और स्थिरता पहलों का समर्थन करने में कोयले की अपरिहार्य भूमिका पर जोर दिया। कोयला मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए रेड्डी ने समिति के सदस्यों को कोयला, लिग्नाइट सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) द्वारा अपनाई गई टिकाऊ विकास गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने समिति के सदस्यों को बताया कि खनन गतिविधियों के दौरान पर्यावरण संरक्षण कोयला और लिग्नाइट पीएसयू के लिए मुख्य ध्यान वाला क्षेत्र बना हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि ये सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम न केवल पर्यावरण कानूनों में उल्लिखित वैधानिक प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित करते हैं, बल्कि खनन क्षेत्रों में और इसके आसपास पर्यावरण मानकों को बनाए रखने और बढ़ाने के लिए इन आवश्यकताओं से भी आगे बढ़कर काम करते हैं।
मंत्री ने सतत विकास और 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। कोयला सचिव विक्रम देव दत्त ने कहा कि कोयला, लिग्नाइट पीएसयू योजनाबद्ध और व्यवस्थित तरीके से कई टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल पहल कर रहे हैं। उन्होंने देश की ऊर्जा मांगों को जलवायु लक्ष्यों के साथ संतुलित करने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।