By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 10, 2021
यरुशलम। पूर्वी यरुशलम में रविवार रात फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इज़राइली पुलिस के बीच झड़प हो गई। इज़राइली राष्ट्रवादियों के विवादित इलाके में इज़राइल का दावा पेश करने के लिए ओल्ड सिटी से परेड निकालने से एक दिन पहले यह झड़प हुई है। देर रात हुई इस झड़प के बाद सोमवार को वार्षिक ‘यरुशलम दिवस’ समारोह में और हिंसा होने की आशंका बढ़ गई है। इज़राइल की पुलिस ने कई दिनों से इज़राइल और फलस्तीन के बीच जारी तनाव के बावजूद रविवार को परेड निकालने की अनुमति दे दी थी।
‘यरुशलम दिवस’ से पहले मंत्रिमंडल की एक विशेष बैठक को संबोधित करते हुए रविवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘‘किसी भी चरमपंथी ताकत को यरुशलम में शांति को प्रभावित नहीं करने देंगे। हम निर्णायक रूप से तथा जिम्मेदारी से कानून एवं व्यवस्था लागू करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी धर्मों के लोगों की पूजा-अर्चना करने की स्वतंत्रता जारी रखेंगे, लेकिन हिंसक गतिविधियों को अंजाम नहीं देने देंगे।’’ अमेरिका ने यरुशलम में मौजूदा परिस्थितियों को लेकर ‘‘गंभीर चिंता’’ व्यक्त की है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने इज़राइल के अपने समकक्ष से फोन पर बात करते हुए चिंता व्यक्त की।
अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता इमली हॉर्न की ओर से जारी बयान के अनुसार, सुलिवन ने इज़राइल से ‘‘ यरुशलम दिवस के स्मरणोत्सव के दौरान शांति बनाकर रखने की अपील की है।’’ ‘यरुशलम दिवस’ इज़राइल के 1967 में पूर्वी यरुशलम पर कब्जा करने का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है। पूर्वी यरुशलम में हाल के हफ्तों में तनाव बढ़ गया है। इज़राइल और फलस्तीन दोनों पूर्वी यरुशलम पर अपना दावा पेश करते हैं। फलस्तीन श्रद्धालुओं की शुक्रवार देर रात भी अल-अक्सा मस्जिद परिसर में इज़राइली पुलिस के साथ झड़प हो गई थी।