By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 03, 2021
श्रीनगर। कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद कश्मीर में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है और किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। यह जानकारी पुलिस ने बृहस्पतिवार को दी। पुलिस ने कहा कि हालांकि, लोगों की आवाजाही और इकट्ठा होने पर रोक और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन शुक्रवार को भी जारी रहेगा। 91 वर्षीय गिलानी का लंबी बीमारी के बाद बुधवार रात श्रीनगर स्थित उनके घर पर निधन हो गया था। जम्मू-कश्मीर में तीन दशकों से अधिक समय तक अलगाववादी राजनीति का नेतृत्व करने वाले पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता को उनके आवास के पास एक मस्जिद में दफनाया गया।
अफवाहों के प्रसार के चलते भ्रम की स्थिति को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आज पूरी घाटी में स्थिति शांतिपूर्ण है और किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्वों ने पुलिस द्वारा गिलानी को जबरन दफनाने’’ के बारे में निराधार अफवाहें फैलाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी अफवाह को पुलिस द्वारा पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है जो हिंसा भड़काने के लिए दुष्प्रचार का एक हिस्सा है।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वास्तव में, पुलिस ने शव को घर से कब्रिस्तान लाने में मदद की क्योंकि उपद्रवियों द्वारा स्थिति का अनुचित फायदा उठाने की आशंका थी।
गिलानी को सुपुर्द-ए-खाक किये जाने के दौरान मृतक के रिश्तेदार मौजूद थे।’’ उन्होंने कहा कि कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने ‘‘घाटी में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने वाले तत्वों के बुरे मंसूबों को परास्त करने के लिए’’ और घाटी में शांति बनाए रखने में जनता के सहयोग की सराहना की। प्रवक्ता ने कहा कि आगे के कदम के बारे में फैसला करने के लिए शुक्रवार दोपहर कश्मीर घाटी की स्थिति की समीक्षा की जाएगी। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जनता से अनुरोध है कि वे देश विरोधी तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें, खासकर सीमा पार से, जो स्थिति का अनुचित लाभ उठाने और घाटी में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।