जब स्किन केयर की बात होती है तो सिर्फ चेहरे को धोना ही काफी नहीं होता, बल्कि समय−समय पर उसे एक्सफोलिएट करना भी जरूरी होता है। डेड स्किन सेल्स को हटाने के लिए और चेहरे की नेचुरल चमक को बढ़ाने में एक्सफोलिएशन का एक अहम् रोल होता है। हालांकि एक्सफोलिएशन करने का अपना एक तरीका होता है। जिस तरह आप हर दिन चेहरे की क्लीनिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइजिंग करती हैं, ठीक उसी तरह हर दिन स्किन को एक्सफोलिएट नहीं किया जाना चाहिए। स्किन केयर एक्सपर्ट कहते हैं कि स्किन को ओवर एक्सफोलिएट करने से कई तरह की समस्याएं शुरू हो सकती हैं। हालांकि आपकी स्किन खुद इस बात का संकेत देती है कि आप उसे ओवर एक्सफोलिएट कर रही हैं। बस आपको इन संकेतों को पहचानने की जरूरत होती है−
स्किन का शाइन करना
स्किन एक्सपर्ट बताते हैं कि एसिड और स्क्रब के साथ ओवर−एक्सफोलिएटिंग त्वचा अक्सर इसे मोमी दिखने लगती है। जहां एक ओर एक्सफोलिशन से स्किन सेल्स इंप्रूव होते हैं और स्किन नई, फ्रेश व यंग नजर आती है। लेकिन अगर आप उसे ओवर−एक्सफोलिएट करती हैं तो इससे वह बहुत अधिक स्मूद हो जाती है, जो आपके लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। दरअसल, इस तरह आपकी स्किन अधिक सेंसेटिव बनती है।
स्किन का सेंसेटिव होना
यह भी एक संकेत है, जो ओवर एक्सफोलिएशन की तरफ इशारा करता है। स्किन एक्सपर्ट के अनुसार, अगर आपको रेड, ईची, इरिटेटिड या फिर बर्निंग स्किन का अहसास हो तो यह बताता है कि आप स्किन को ओवर एक्सफोलिएट कर रही हैं। दरअसल, जब आप स्किन को ओवर एक्सफोलिएट करती हैं तो इससे स्किन बैरियर को नुकसान पहुंचता है और कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स पैदा होने लगती हैं।
टाइटनेस का अहसास होना
अगर आपको स्माइल करते हुए परेशानी का अहसास होता है और आपकी स्किन में एक टाइटनेस या रूखेपन का अहसास होता है तो यह भी ओवर एक्सफोलिएशन का संकेत है। स्किन एक्सपर्ट बताते हैं कि जब आप अपनी स्किन को ओवर एक्सफोलिएट करना शुरू कर देती हैं तो आपकी स्किन के नेचुरल ऑयल खोने लगते हैं, जिससे आपकी स्किन का रूखापन बढ़ जाता है। ऐसे में आपकी स्किन डिहाइडेट, टाइट और फलेकी नजर आने लगती है। ऐसा सिर्फ रूखी या नार्मल स्किन की महिलाओं के साथ ही नहीं, बल्कि ऑयली स्किन की महिलाओं के साथ भी होता है।
मिताली जैन