By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 03, 2022
जम्मू। जम्मू कश्मीर राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ‘‘अनुरोध पत्र’’ का उपयोग कर पाकिस्तान की अदालत से तीन हिज्बुल आतंकवादियों के बारे में सूचना देने का अनुरोध करेगी, जिनमें से दो पड़ोसी देश में छिपे हुए हैं, और केंद्रशासित प्रदेश में अलगाववादी गतिविधियों का समन्वय कर रहे हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी ने सोमवार को एनआईए की विशेष अदालत में उन तीनों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। एसआईए के प्रवक्ता ने बताया कि डोडा जिले के काश्तीगढ़ निवासी आसिफ शबीर नाइक इस समय न्यायिक हिरासत में है, जबकि उसके पिता शबीर हुसैन नाइक और सहयोगी सफदर हुसैनउर्फ एहसान (डोडा निवासी) वर्तमान में पाकिस्तान में छिपे हुए हैं तथा उन्हें भगोड़ा घोषित किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि आसिफ नाइक करीब तीन साल तक पाकिस्तान में रहा था और जांच कार्य का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान इस्लामिक गणराज्य के क्षेत्र में किया जाना है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में रहने के दौरान आसिफ नाइक, शबीर नाइक और सफदर हुसैन के साथ हिज्बुल मुजाहिदीन के शिविर में रुका था। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हालांकि, पाकिस्तानी अधिकारी इस कानूनी रूप से जरूरी जांच में सहयोग नहीं करेंगे। इसलिए सोच विचार कर और कानूनी रूप से उचित समझा गया कि अनुरोध पत्र का इस्तेमाल कर आसिफ की पाकिस्तान में रहने के दौरान गतिविधियों की जानकारी प्राप्त करने के लिए पाकिस्तान की कानूनी अदालत से अनुरोध किया जाए।’’ उन्होंने बताया कि इसी तरह का अनुरोध पत्र हिजबुल के मीडिया सलाहकार शबीर नाइक और सफदर हुसैन के लिए भेजा जाएगा, जो पाकिस्तान में छिपे हुए हैं। आरोप पत्र के अनुसार आसिफ नाइक को पाकिस्तान लौटने के दौरान श्रीनगर हवाई अड्डे से पकड़ा गया। अधिकारियों ने बताया कि खुफिया सूचना मिली थी कि वह छात्र के रूप में पाकिस्तान जा रहा है लेकिन वास्तव में वह आतंकवादियों से मिलने जा रहा था।